लैंड फॉर जॉब मामले में 11 मार्च को दिल्ली के कोर्ट में पेश होगा लालू परिवार, अदालत ने दिया आदेश

नई दिल्ली/पटना। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के लिए जमीन के बदले नौकरी मामले में दिल्ली के राउज रिवेन्यू कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। लालू प्रसाद के ऊपर चल रहे जमीन के बदले नौकरी मामले में 11 मार्च को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई होगी। राउज एवेन्यू कोर्ट ने इस मामले के सभी अभियुक्तों को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। दरअसल, जमीन के बदले नौकरी मामले में सीबीआई ने फाइनल चार्जशीट कोर्ट में दाखिल किया। सीबीआई की चार्जशीट के बाद दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू प्रसाद सहित सभी आरोपियों को सम्मन भेजा है। लैंड फॉर जॉब मामले में लालू परिवार के पांच सदस्य आरोपी हैं। जिसमें खुद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, छोटे बेटे तेजस्वी और दो बेटियां मीसा भारती और हेमा यादव शामिल हैं।
लालू परिवार के सदस्य हैं आरोपी
लैंड फॉर जॉब मामले में 20 जनवरी 2024 को ईडी की दिल्ली और पटना की टीम के अधिकारियों ने लालू प्रसाद तेजस्वी प्रसाद यादव से 10 घंटे से अधिक की पूछताछ की थी। कोर्ट ने तेज प्रताप यादव के खिलाफ भी समन जारी किया था। उसके बाद 7 अक्टूबर को पहली बार तेज प्रताप यादव इस मामले में कोर्ट में पेश हुए थे। अब इस मामले में तेज प्रताप यादव को भी कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया गया है।
9 अभियुक्तों को मिली थी जमानत
जमीन के बदले नौकरी मामले में पिछले साल 7 अक्टूबर को हुई सुनवाई में लालू प्रसाद के परिवार समेत सभी 9 आरोपियों को जमानत मिली थी। दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने सभी को 1-1 लाख के निजी मुचलके पर बेल दिया था।
क्या है जमीन के बदले नौकरी मामला?
आरोप है कि पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद के रेल मंत्री के कार्यकाल में 2004 से 2009 के बीच बगैर किसी विज्ञापन के कई लोगों को रेलवे में नौकरियां दी गई। मामला सामने आने के बाद इसकी जांच सीबीआई ने शुरू की। सीबीआई के आरोप पत्र के मुताबिक नौकरी देने के बदले उनसे या उनके परिवार के सदस्यों से लालू प्रसाद ने उनकी जमीनें अपने परिवार के नाम पर लिखवा ली। जांच के दौरान यह बात सामने आयी कि रेलवे ग्रुप डी में नौकरी देने के एवज में संबंधित लोगों से राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और दिल्ली की एके इंफोसिस्टम कंपनी के नाम पर पांच सेल डीड का प्रमाण सामने आया। इस मामले को लेकर जमकर राजनीति भी हुई है। विपक्ष लगातार लालू परिवार पर हमलावर रहा है।
