February 4, 2025

क्या नीतीश ‘राज’ में मिल पाएगा मासूम को इंसाफ,पीड़ित की मां ने उठाएं पुलिस पर गंभीर सवाल,मामला छात्र के उत्पीड़न का

पटना।(बन बिहारी)राजधानी के प्रतिष्ठित स्कूल में लेडी टीचर के द्वारा पांचवी कक्षा के मासूम छात्र से की गई कथित यौन हिंसा की घटना की निष्पक्ष जांच को लेकर पटना पुलिस के कार्यशैली पर फिर एक बार सवालिया निशान लग गया है।मासूम छात्र की मां का कहना है कि पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करना चाह रही है।कल एसपी के समक्ष मासूम छात्र के बयान के दौरान छात्र की मां के द्वारा पुलिस के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए जमकर हंगामा किया गया। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि क्या मासूम की मां को इंसाफ मिल सकेगा?क्योंकि एक तरफ तो मासूम की मां अकेले अपने बेटे के लिए लड़ रहे हैं।वहीं दूसरी तरफ प्रतिष्ठित स्कूल के प्रशासन द्वारा अपने स्कूल की साख बचाए जाने का प्रयास किए जाने की खबरें हैं।स्कूल प्रशासन यह नहीं समझ पा रहा कि अगर मामले की लीपापोती के स्थान पर दोषी शिक्षिका के विरुद्ध जांच में अगर प्रशासन का सहयोग करती है और छात्र को इंसाफ दिलाने का प्रयास करती हैं तो स्कूल का साख घटने के बजाय बढ़ जाएगी।ज्ञात हो की एक लेडी टीचर द्वारा क्लास फाइव के एक मासूम छात्र के कथित उत्पीड़न का एक हैरतअंगेज मामला राजधानी में प्रकाश में आया है।राजधानी के बुद्धा कॉलोनी थाने के समीप स्थित एक पब्लिक स्कूल में महिला टीचर द्वारा स्कूल के ही पांचवीं कक्षा के छात्र के साथ शर्मनाक हरकत करने का मामला आया है।मिली जानकारी के अनुसार छात्र के साथ इस तरह की हरकत टीचर द्वारा दो-तीन माह से की जा रही थी।परंतु छात्र को टीचर ने इतना भयभीत कर दिया था कि वह अपने साथ हो रहे उत्पीड़न की जानकारी किसी को नहीं दे रहा था।

किसी तरह से छात्र की मां को मामले की जानकारी मिली।इसके बाद बच्चे की मां ने घटना को गंभीरता से लेते हुए बुद्धा कॉलोनी थाने में साइंस टीचर के खिलाफ लिखित शिकायत का आवेदन देकर कार्रवाई करने की गुहार लगायी है। उक्त लेडी टीचर के विरुद्ध पास्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर पुलिस के द्वारा जांच की जा रही है मगर पुलिस के कथित लापरवाही की वजह से स्कूल प्रशासन द्वारा सीसीटीवी के फुटेज डिलीट हो जाने के बात कही जा रही है। अगर पुलिस ने डीवीआर हासिल करने में जल्दी दिखाई होती तो शायद सीसीटीवी के फुटेज मिल गए होते। ऐसे में छात्र भी माने इंसाफ न मिलने की स्थिति में कारगिल चौक में पुत्र के साथ आत्महत्या की बात भी कही है। यह देखने वाली बात होगी की नीतीश कुमार के कथित सुशासन में क्या पांचवी कक्षा के एक मासूम छात्र को भी इंसाफ मिल सकेगा या नहीं।

ज्ञातव्य हो की कुछ इसी तरह का मामला पूर्व में भी शहर के प्रतिष्ठित संत जेवियर स्कूल में हो चुका है। वहां भी एक एलकेजी छात्रा के साथ दो शिक्षिकाओं ने गंदी हरकत करने का मामला सामने आया था।इस मामले में शिक्षिकाओं की संलिप्तता सामने आने पर गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था।

इस संबंध में छात्र की मां ने लिखित शिकायत कर बताया है कि 22 अक्तूबर को दस बजे बीडी पब्लिक स्कूल की साइंस की टीचर बेटे को चैंबर में ले गयी।गंदी हरकत करने लगी. इस दौरान कपड़े भी उतार दिये।शरीर के अन्य अंगों के साथ ही प्राइवेट पार्ट को भी टच किया. यह हरकत दो-तीन माह से चला आ रहा है. इस दौरान बेटे को टीचर द्वारा किसी को बताने पर टीसी काट कर स्कूल से निकालने की भी धमकी दिया करती थी। इससे  वह काफी डरा था और काफी समझाने के बाद सारी बातों की जानकारी दी।मां ने जब टीचर से जब इस संबंध में बात की तो उन्होंने अपनी गलती को भी स्वीकार किया।