कोटा में फिर बिहार के 16 वर्षीय छात्र ने की आत्महत्या, डिप्रेशन में आकर लगाई फांसी
- आईआईटी-जेईई परीक्षा की करता था तैयारी, इस साल 17 बिहारी छात्रों ने कोटा में दी जान
पटना। देश की प्रतियोगी परीक्षाओं का हब कहे जाने वाले राजस्थान के कोटा शहर में बिहारी छात्रों की आत्महत्या का मामला रुक नहीं रहा। इसी कड़ी में शुक्रवार देर रात को कोटा के निजी हॉस्टल में रहकर इंजीनियरिंग परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र ने आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि छात्र प्रतियोगी परीक्षा के दबाव को लेकर काफी दिनों से डिप्रेशन में था और डिप्रेशन में आकर उसने आखिर में अपनी जिंदगी खत्म कर ली। बताया जा रहा है कि शुक्रवार देर को एक बार फिर एक छात्र का शव उसके छात्रावास के कमरे में पंखे से लटकता मिला। मृतक छात्र आईआईटी-जेईई की तैयारी कर रहा था। इस साल जनवरी से लेकर अब तक कोटा में यह आत्महत्या का 17वां मामला है। विज्ञान नगर थाना क्षेत्र में रह रहे 16 वर्षीय नाबालिग छात्र जो कि अप्रैल से कोटा में आईआईटी-जेईई की तैयारी कर रहा था। शुक्रवार को वह अपने छात्रावास के कमरे में पंखे से लटका मिला, जबकि कमरे में एंटी-हैंगिंग डिवाइस लगी हुई थी। पुलिस को संदेह है कि यह आत्महत्या का मामला हो सकता है, हालांकि अभी तक कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। छात्र की पहचना बिहार के वैशाली जिले का रहने वाला 16 वर्षीय छात्र के रुप में हुई है। वो 11वीं क्लास का छात्र बताया जा रहा है। जानकारी अनुसार वो इसी साल अप्रैल से कोटा में एक कोचिंग संस्थान में आईआईटी-जेईई की तैयारी कर रहा था। शुक्रवार को छात्र अपने छात्रावास के कमरे में पंखे से लटका मिला। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पिछले साल 2023 में भी कोटा में 26 छात्रों ने आत्महत्या की थी। नवंबर में भी एक छात्र ने छठी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जानकारी अनुसार कोटा में तैयारी कर रहे मध्य प्रदेश के अन्नूपुर निवासी 18 वर्षीय विवेक कुमार ने आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में भी पुलिस का कहना था कि इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई।