मसौढ़ी में कोचिंग के छात्रों के बीच चाकूबाजी; नाबालिग घायल, मामूली विवाद में हुई वारदात
पटना। राजधानी पटना के समीप मसौढ़ी बाजार स्थित एक निजी कोचिंग संस्थान के छात्रों के बीच मामूली विवाद में चाकूबाजी की घटना घटी है। इस घटना में एक नाबालिग छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया है। घायल छात्र की पहचान रहमतगंज निवासी जैनेंद्र कुमार के 16 वर्षीय पुत्र आयुष कुमार के रूप में हुई है। उसे उसी कोचिंग में पढ़ने वाले छात्रों ने चाकू से सीने और शरीर पर छह बार वार कर घायल कर दिया। घटना के बाद आरोपी छात्र मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायल छात्र को अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया। मसौढ़ी पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है और हमला करने वाले छात्रों की पहचान की जा रही है। घायल आयुष के बयान पर उसके गांव के ही हिमांशु कुमार और उसके दोस्तों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। आयुष ने पुलिस को बताया कि कोचिंग से निकलते समय उसका पैर एक युवक से टकरा गया, जिससे विवाद शुरू हो गया। इसी दौरान हिमांशु कुमार और उसके दोस्तों ने उस पर चाकू से हमला कर दिया। आयुष की मां सुधा देवी ने भी हिमांशु कुमार के खिलाफ जान से मारने की नीयत से हमला करने का आरोप लगाया है और मसौढ़ी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। मसौढ़ी थानाध्यक्ष विजय कुमार यादवेंदु ने बताया कि हमलावर छात्रों की तलाश जारी है और मामले की जांच की जा रही है। इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश है और वे जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। घायल छात्र आयुष की स्थिति अब स्थिर है और वह अस्पताल में इलाजरत है। इस घटना ने स्थानीय कोचिंग संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्रों और उनके अभिभावकों में भय का माहौल है और वे कोचिंग संस्थानों से सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने की मांग कर रहे हैं। इस घटना के बाद मसौढ़ी पुलिस ने कोचिंग संस्थानों के प्रबंधन से भी बातचीत की है और उन्हें छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इस घटना ने शिक्षा के माहौल में हो रही हिंसा को उजागर किया है और इसे रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया है। पुलिस का कहना है कि दोषियों को जल्द ही कानून के कठघरे में लाया जाएगा और ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएंगे।