केके पाठक का नया फरमान, स्कूल के बाद घर-घर जाकर लोगों को मतदान के लिए जागरूक करेंगे शिक्षक
पटना। केके पाठक और शिक्षा विभाग ने एक बार फिर शिक्षकों की टेंशन बढ़ा दी है। अब शिक्षकों को स्कूल के अलावा बाहर भी एक काम करना होगा। अब राज्य के सभी टीचरों को घर-घर जाकर अभिभावकों से मिलना है। इतना ही नहीं शिक्षक अभिभावकों को घर-घर जाकर जागरूक करेंगे। इसको लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इस संबंध में जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि शिक्षक अभिभावकों को वोटिंग में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए जागरूक करेंगे। अभिभावकों को मतदान के महत्व को समझाने और वोटिंग प्रतिशत को बढ़ाने के लिये स्कूली शिक्षक अपने पोषण क्षेत्र में घर-घर जाकर अभियान चलायेंगे। स्कूली शिक्षक अपने पोषण क्षेत्र के अभिभावकों के बीच यह बतायेंगे कि बेहतर लोकतंत्र के लिये मतदान में भाग लेना कितना आवश्यक है। इसके साथ ही ग्रामीण इलाके के साथ ही शहरी क्षेत्रों में भी शिक्षक अभिभावकों के बीच जाकर वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने को लेकर जागरूक करेंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि फिलहाल स्कूलों में दो घंटे के लिये दक्ष क्लास और विशेष क्लास संचालित की जा रही है। ऐसे में शिक्षा विभाग से निर्देश जारी किये जाने के बाद अलग-अलग चरणों में शिक्षक अभिभावकों को वोटिंग में बढ़-चढ़ कर भाग लेने के लिये जागरूक करेंगे। ये लोग बताएंगे की मतदान करना कितना जरूरी हैं और इसके साथ कई तरह की बातों के बारे में जानकारी देंगे। उधर, शिक्षा विभाग द्वारा ऐसे शिक्षकों की कुंडली तैयार की जा रही है, जो अप्रशिक्षित होते हुए भी 31 मार्च 2015 के बाद बहाल हुए हैं। इसको लेकर स्थापना शाखा के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अवधेश कुमार ने पत्र जारी करते हुए सभी बीइओ को निर्देश दिया है कि 31 मार्च 2015 के बाद स्थानीय निकाय द्वारा नियुक्त सभी शिक्षकों का विवरण जल्द से जल्द कार्यालय को उपलब्ध कराएं। इसको लेकर निर्धारित फार्मेट भी उपलब्ध कराया गया है।