‘किच-किच’ के बावजूद राजद-कांग्रेस में सीटों का शेयरिंग जल्द,कांग्रेस ने कहा सभी 243 सीटों पर है तैयारी
पटना।बिहार में विधानसभा चुनाव के रणभेरी बज उठी है।आगामी 28 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण की वोटिंग होनी है।मगर अभी तक महागठबंधन में प्रमुख घटक दल राजद तथा कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग पर बात नहीं बन पाई है। आज कांग्रेस के स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय ने यह बयान देकर राजनीतिक सरगर्मियां को बढ़ा दिया है कि अगर राजद की ओर से सम्मानजनक सीट नहीं मिली,तो कांग्रेस सभी 243 सीटों पर भी उम्मीदवार खड़ा कर सकती है। महागठबंधन में राजद तथा कांग्रेस के अतिरिक्त उपेंद्र कुशवाहा पहले ही बाहर की ओर नजर लगाए बैठे हुए हैं। औपचारिक ऐलान होना बाकी है।मगर कहा यहां तक जा रहा है की उपेंद्र कुशवाहा बङी मायूसी के साथ महागठबंधन को छोड़ चुके हैं।वैसे भी महागठबंधन के अंदर राजद 160 तथा कांग्रेस 70 सीटों पर दावेदारी कर रही है।ऐसे में मात्र 13 सीटें बचती हैं,जिनमें में राजद-कांग्रेस को वाम दलों को भी समायोजित करना है। दरअसल राजद तथा कांग्रेस में सीट बंटवारे को लेकर बहुत ज्यादा समस्या नहीं है।समस्या मनपसंद सीटों को लेने का हो रहा है।कांग्रेस पिछले चुनाव में जिन 41 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे।वैसी सीटें कांग्रेस अपने खाते में मानकर चल रही है।वहीं कुछ ऐसी सीटें भी है जहां पिछले बार राजद के उम्मीदवार थे।वहां भी कांग्रेस अपने उम्मीदवार देना चाह रही हैं।वैसे पिछली बार जिन सीटों पर कांग्रेस ने चुनाव लड़ा था वैसे दो-तीन सीटों पर भी राजद की नजर जमी हुई है।राजद तथा कांग्रेस के नेता जो भी दावे करें।मगर इतना तो तय है कि चुनाव के मैदान में राजद-कांग्रेस एक साथ ही उतरने वाली है।कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि 2 से 3 दिनों के अंदर राजद के साथ सीटों का शेयरिंग हो जाएगा।हालांकि राजद तथा कांग्रेस के बाद बचने वाली कितनी सीटें वामदलों को दी जाएगी।यह अभी तय नहीं हो पा रहा है।इतना ही नहीं राजद चाहती है कि वामदलों के अतिरिक्त अन्य किसी पार्टी को भी अगर महागठबंधन में समायोजित करना है।तो कांग्रेस उन्हें अपने खाते की सीटें दे।बहरहाल महागठबंधन में सीटों के लिए जारी ‘किच-किच’ के बावजूद शीघ्र सुलह के आसार प्रकट हो रहे हैं।