मधेपुरा में कलयुगी बेटे ने पत्नी के साथ मिलकर मां को मार डाला, घटना के बाद दोनों फरार
- मृत पिता के सरकारी नौकरी हड़पने के लिए रची हत्या की साजिश, परिवार में मातम का माहौल
मधेपुरा। बिहार के मधेपुरा जिलें में एक सनकी बेटे ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर मां की गला रेत हत्या कर दी। मामला मधेपुरा सदर अनुमंडल क्षेत्र के मुरलीगंज प्रखंड अंर्तगत नाढी पंचायत वार्ड नंबर 11 के रहटा गांव का है। आरोपी की पहचान संतोष यादव के रूप में की गई तो वहीं मृत महिला का नाम चिरैया देवी के रूप में की गई। जानकारी के अनुसार, 2007 में पिता ने बेटे का अरेंज मैरिज करवाया था। लेकिन 2008 में आरोपी ने दूसरे से लव मैरिज कर लिया। जिसके बाद संतोष की पहली पत्नी पिता के साथ ही रहने लगी। इसलिए बेटे ने 2011 में पेट्रोल छिड़ककर पिता को भी जिंदा जला दिया। घटना के बाद बेटा-बहू दोनों फरार है। मामले को लेकर परिजनों ने बताया कि पिता की मौत के बाद बेटे उनकी सरकारी नौकरी और संपत्ति हड़पना चाहता था। पिता की जगह अनुकंपा पर सरकारी नौकरी पाने की लालच में उसने पत्नी के साथ मिलकर मां की हत्या कर दी। वहीं, बड़े भाई ने जब इस घटना को देखा तो संतोष ने उन पर भी हमला करना चाहा। बड़े भाई ने किसी तरह खुद को और बच्चे को वहां से भगाया। जिसके बाद बच्चे बाहर आकर हल्ला करने लगे। वहीं, सनकी युवक अपनी पत्नी के साथ घर के पीछे के रास्ते से भाग गया। घटना के बाद परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घर के बगल में ही फेंका हुआ खून लगा कचिया बरामद किया।
ग्रामीणों की मानें तो आरोपी युवक पिछले 10 वर्षों से संपत्ति हड़पने के लिए लगातार विवाद खड़ा कर रहा था। उसने अपने निसंतान चाचा और बड़े भाई पर भी कई बार झूठे आरोप लगाए थे। आरोपी की पहचान संतोष यादव और उसकी पत्नी रूबी देवी के रूप में की गई है। आरोपी संतोष यादव पिछले 15 दिनों से घरवालों को परेशान करने की नियत से लगातार साजिश रच रहा था। संतोष के पिता देवेन यादव पूर्व में पीएचईडी में सरकारी नौकरी करते थे। उनके पिता दो भाई हैं। संतोष के बड़े चाचा को संतान नहीं है। इस कारण से उनके हिस्से की जमीन हड़पने के लिए दो-तीन दिन पहले संतोष ने बड़े चाचा से मारपीट की और उनसे सारे कागजात पर अंगूठे का निशान ले लिया। इससे पहले इसी साल 26 जनवरी को संतोष ने अपने बच्चे के अपहरण का आरोप भी अपने बड़े भाई शैलेंद्र और मां पर लगा दिया था। इस कारण से घर में तनाव का माहौल बना हुआ था। इसी बीच शुक्रवार की रात को संतोष ने अपनी बाइक को घर के बजाए घर के पीछे स्थित बांसबाड़ी में खड़ी कर दिया।