बिहार विधानसभा-चुनाव आयोग का पुनः जायजा,कहीं राष्ट्रपति शासन की आहट तो नहीं…..
नई दिल्ली।बिहार में अभी तक हर हाल में तय समय पर चुनाव कराने के लिए तत्पर चुनाव आयोग की टीम दोबारा वर्तमान माहौल तथा स्थितियों का जायजा लेने के लिए बिहार आ सकती है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने खुद इस को कंफर्म किया है।बताया जाता है कि वर्तमान माहौल में दोबारा चुनाव आयोग की टीम के बिहार दौरे को लेकर प्रदेश में पुनः राष्ट्रपति शासन की आहट सुनाई देने लगी है।राजनीति के गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि कोरोना काल-विपक्ष के विरोध तथा बाढ़ की त्रासदी को देखते हुए चुनाव आयोग फिलहाल चुनाव टालने का फैसला भी ले सकता है।हालांकि अभी तक ऐसी सिर्फ अटकलें लग रही हैं।इन अटकलों की कहीं कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।मगर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों के एक एक खास खेमे में इस बात की चर्चा है कि केंद्र सरकार बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू कर सकती है.हालांकि विपक्ष बार-बार प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू कर चुनाव टालने की बात कर चुका है।अभी 3 दिन पूर्व ही प्रदेश के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने भी बिहार में राष्ट्रपति शासन की मांग की थी। दरअसल कोरोना काल में चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारियां तो आरंभ कर ली थी।मगर बताया जाता है कि वर्तमान हालात के मद्देनजर चुनाव आयोग को दोबारा से सर्वे कराने का फैसला लेना पड़ रहा है। पुनः जायजा लिए जाने की खबर प्रदेश की जनता के साथ-साथ राजनीतिज्ञों को भी भ्रमित कर रही है। इस वजह से इन अटकलों ने मूर्त रूप ले लिया है कि प्रदेश में वर्तमान हालात को देखते हुए चुनाव टल सकते हैं तथा राष्ट्रपति शासन लागू हो सकता है।राज्य के राजनीतिक गलियारों में राष्ट्रपति शासन को लेकर चर्चा आम हो गया है।