विजय सिन्हा का तेजस्वी पर हमला, कहा- वे कितनी भी यात्राएं करें, नहीं लौटेगा जंगलराज
पटना। बिहार की राजनीति में 2025 के विधानसभा चुनाव की आहट के साथ सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की संवाद यात्रा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अब बिहार में “जंगलराज” वापस नहीं लौटेगा। उन्होंने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग जंगलराज के प्रतीक हैं, वे यात्राएं करके भी बिहार की जनता का भरोसा नहीं जीत सकते। डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव की आगामी संवाद यात्रा पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “बिहार अब गाली का नहीं, बल्कि सम्मान का प्रतीक बन रहा है। बिहार के लोग विकास को देख रहे हैं, न कि पुराने जंगलराज को। तेजस्वी यादव कितनी भी यात्राएं कर लें, बिहार में अब जंगलराज की वापसी नहीं होगी। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब तेजस्वी यादव अपनी पार्टी को मजबूत करने और आगामी चुनावों के लिए कार्यकर्ताओं से संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से 4 दिसंबर से अपनी संवाद यात्रा शुरू करने जा रहे हैं। तेजस्वी यादव की संवाद यात्रा का दूसरा चरण 4 दिसंबर से शुरू हो रहा है। इस चरण में वह कई जिलों का दौरा करेंगे और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा, 15 दिसंबर से तीसरे चरण की शुरुआत होगी, जिसमें सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, और भागलपुर जिलों का दौरा शामिल है। तेजस्वी यादव ने पहले दो चरणों में समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, बांका, और जमुई का दौरा किया था। झारखंड चुनाव के कारण उनकी यात्रा बीच में रुकी थी। डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने यह बयान देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती के अवसर पर दिया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित एनडीए के अन्य नेताओं ने भी डॉ. राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। विजय सिन्हा ने कहा, “डॉ. राजेंद्र प्रसाद न केवल बिहार बल्कि पूरे देश का गौरव हैं। उनके आदर्श आज भी हमें प्रेरणा देते हैं। तेजस्वी यादव की संवाद यात्रा का उद्देश्य पार्टी संगठन को मजबूत करना और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित करना है। दूसरी ओर, एनडीए तेजस्वी की यात्रा को चुनावी प्रचार के रूप में देख रहा है और इसे जनता को भ्रमित करने की कोशिश बता रहा है। विजय सिन्हा का कहना है कि बिहार की जनता अब विकास को महत्व देती है और वे “जंगलराज” के दौर में वापस जाने के लिए तैयार नहीं हैं। बिहार में “जंगलराज” का मुद्दा लंबे समय से चुनावी बहस का केंद्र रहा है। एनडीए सरकार यह दावा करती रही है कि उसने बिहार में कानून व्यवस्था और विकास को प्राथमिकता दी है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने विकास और कानून व्यवस्था के क्षेत्र में बड़ीप्रगति की है। तेजस्वी यादव अपनी यात्राओं के माध्यम से यह संदेश देना चाहते हैं कि महागठबंधन बिहार को बेहतर नेतृत्व दे सकता है। 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार की राजनीतिक हलचल तेज हो रही है। एनडीए अपनी विकास योजनाओं और कानून व्यवस्था में सुधार को लेकर जनता के बीच जाएगी। महागठबंधन बिहार में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए संवाद यात्राओं और जनसभाओं का आयोजन कर रहा है। डिप्टी सीएम विजय सिन्हा द्वारा तेजस्वी यादव की यात्रा पर की गई टिप्पणी ने राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है। जंगलराज और विकास के मुद्दे पर एनडीए और महागठबंधन के बीच होने वाला यह सियासी संघर्ष 2025 के चुनावी नतीजों में अहम भूमिका निभाएगा। तेजस्वी यादव की यात्रा और विजय सिन्हा के बयानों से स्पष्ट है कि दोनों पक्ष जनता के समर्थन को लेकर पूरी तरह सक्रिय हैं। अब देखना यह होगा कि जनता किसके पक्ष में अपना भरोसा जताती है।