PATNA : मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण कर जहानाबाद, गया एवं औरंगाबाद जिले में अल्प वर्षापात के कारण उत्पन्न स्थिति का लिया जायजा, अधिकारियों को दिये आवश्यक निर्देश
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज हवाई सर्वेक्षण कर जहानाबाद, गया एवं औरंगाबाद जिले में अल्प वर्षापात के कारण उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। वही इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। मुख्यमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण के दौरान जहानाबाद जिले के मोदनगंज, घोसी, मखदुमपुर प्रखण्ड, गया जिले के अतरी, वजीरगंज, टनकुप्पा, मोहनपुर, बाराचट्टी, डोभी, अमास, गुरूआ एवं गुरारू प्रखण्ड तथा औरंगाबाद जिले के मदनपुर, देव कुटुम्बा, नवीगंज, औरंगाबाद, रफीगंज एवं गोह प्रखण्ड में धान की रोपनी के आच्छादन का जायजा लिया। वही अल्प वर्षापात के कारण इन जिलों में धान की रोपनी का आच्छादन काफी कम हुआ है। मुख्यमंत्री के हवाई सर्वेक्षण के क्रम में आज इन जिलों में आज अच्छी बारिश हुयी। वही मुख्यमंत्री हवाई सर्वेक्षण के क्रम में गया एयरपोर्ट पर उतरे। मुख्यमंत्री ने गया जिले के जिलाधिकारी से अल्प वर्षापात के कारण धान की रोपनी की स्थिति की अद्यतन जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिये।
वही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अल्प वर्षापात के कारण उत्पन्न स्थिति पर नजर रखें और किसानों को सहायता देने के लिए पूरी तैयारी रखें। डीजल अनुदान योजना पूरी के तहत किसानों को डीजल अनुदान का लाभ तेजी से दिलाएं ताकि उन्हें राहत मिल सके। संभावित सूखे की स्थिति में किसानों को हर संभव मदद देने की योजना बनाएं। किसानों को 16 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति करें। बिजली की उपलब्धता रहने से किसानों के लिये सिंचाई कार्य में सहूलियत होगी और जितने क्षेत्रों में धान की रोपनी हुई है उसका बचाव हो सकेगा। वैकल्पिक फसल योजना के तहत इच्छुक किसानों को जल्द-से-जल्द बीज उपलब्ध कराएं ताकि किसानों को कृषि कार्य में राहत मिल सके।
वही मुख्यमंत्री गया से पटना सड़क मार्ग से लौटे। पटना वापस लौटने के क्रम में मानपुर, खिजरसराय, ईस्लामपुर, एकंगरसराय, हिलसा, दनियावां एवं फतुहा प्रखण्ड के क्षेत्रों में धान की रोपनी की स्थिति का भी अवलोकन किया। हवाई सर्वेक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, कृषि विभाग के सचिव एन. सरवन कुमार, आपदा सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह मौजूद थे।