जदयू का राजद पर जोरदार हमला : सीएम नीतीश के विकास ने ध्वस्त किया लालू का ‘माय’ समीकरण
पटना। जदयू के प्रवक्ता निखिल मंडल ने राजद पर करारा हमला बोला है। श्री मंडल ने कहा है कि लालू प्रसाद एंड कंपनी के वारिस तेजस्वी यादव जिस जमीन पर खड़े हैं, वह भुरभुरी हो चुकी है और कभी भी धंस सकती है। राजद के भीतर तेज भूकंप आया हुआ है। पार्टी के बड़े-बड़े पुराने खंभे टूट कर गिर रहे हैं। पहले राजद के विधान परिषद सदस्य और अब पिछले चार दिनों के भीतर राजद के छह विधायकों का जदयू में शामिल होना कोई सामान्य घटना नहीं है। यह राजद के अंत की घोषणा है। राजद पहले भी फैमिली लिमिटेड कंपनी थी, लेकिन तेजस्वी ने इसे बस तेजस्वी कंपनी बना दिया है।
उन्होंने ने कहा कि तेजस्वी की कार्यशैली पार्टी के पुराने नेताओं में यकीन जगाने में पूरी तरह से नाकामयाब रही है। यही कारण है कि बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय के सुपुत्र और लालू यादव के समधी विधायक चंद्रिका राय, बिहार की राजनीति में शेर-ए-बिहार के नाम से मशहूर भूतपूर्व केंद्रीय मंत्री रामलखन सिंह यादव के पौत्र विधायक जयवर्धन यादव एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अली असरफ फातमी के सुपुत्र विधायक फराज फातमी, गायघाट विधायक महेश्वर प्रसाद यादव ने राजद को अलविदा कहकर नीतीश कुमार में अपना विश्वास जताया है।
उन्होंने आगे कहा कि जदयू में शामिल होनेवाले विधायकों के सामाजिक कंपोजिशन को देखें, तो साफ हो जायेगा कि राजद का सामाजिक-राजनीतिक आधार उससे पूरी तरह से छिटक गया है और वह सबको साथ लेकर चलने वाले, विकास की राजनीति करने वाले सीएम नीतीश में ही अपना भविष्य देख रहा है। लालू यादव ने सत्ता के लिए जो एम-वाई की सोशल इंजीनियरिंग की थी, वह अब टूट गयी है। आज हालत यह है कि पार्टी के नाम पर सिर्फ उनका परिवार ही बचा है। माय ने लालू परिवार को बाय-बाय कह दिया है।