JDU के नव-नियुक्त जिला प्रभारियों की बैठक : बोले ललन सिंह- देश और समाज कठिन चुनौतियों के दौर से गुजर रहा, स्वीकारने के लिए तैयार रहें
पटना। जदयू कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा की अध्यक्षता में नव-नियुक्त जिला प्रभारियों की बैठक संपन्न हुई। जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद ललन सिंह उपस्थित हुये। बैठक में पार्टी के कुल 41 जिला इकाई के जिला प्रभारियों ने भाग लिया।
वक्त की चुनौतियों को स्वीकार करने के लिए तैयार रहें
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि संसदीय राजनीति में पार्टी संगठन की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। बिहार में वर्ष 2005 से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार है और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के अभूतपूर्व काम हुए हैं। इस दरम्यान पार्टी-संगठन को सुदृढ़ बनाने के लिए लगातार प्रयास होते रहे हैं और हमें कामयाबी भी मिली है। किंतु सफलता के साथ जिम्मेदारियां बढ़ती हैं और नई चुनौतियों के लिए तैयार रहना पड़ता है। आज हमारा देश और समाज कठिन चुनौतियों के दौर से गुजर रहा है। एक जिम्मेवार राजनीतिक दल के रूप में जदयू को वक्त की चुनौतियों को स्वीकार करने के लिए तैयार रहना चाहिए। कहा कि पार्टी-संगठन को सभी स्तरों पर हम मजबूत करेंगे और विस्तार देंगे। हमें प्रत्येक गांव से दस-दस सक्रिय एवं समर्पित साथियों की सूची बनाना है ताकि आगे आने वाली प्रत्येक चुनौती का हम पूरी तरह से मुकाबला कर सके।
संगठन को विस्तार देने के लिए प्रभारियों को अनेक निर्देश
वहीं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने पार्टी के संगठन को विस्तार देने के लिए प्रभारियों को अनेक निर्देश दिया। प्रदेश अध्यक्ष ने पंचायत इकाई को निर्देश दिया है कि पंचायत के तमाम वैसे लोगों को चिन्हित करें, जिनको राज्य सरकार के द्वारा उनके हितों के लिये योजना चलायी जा रही है और उनको जानकारी के आभाव में योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा हो। हमारा दायित्व है कि जनहित में ऐसे अनेक कायों में सहयोग करें। जिससे पार्टी के प्रति आमलोगों का रूझान एवं विश्वास बढ़ेगा। इससे पंचायत कमिटी भी क्रियाशील एवं सशक्त होगी। इस प्रकार हमलोगों की सोच के आधार पर प्रत्येक गांव से दस-दस सक्रिय साथियों की सूची बनाने में आसानी होगी।
उक्त अवसर पर राष्ट्रीय सचिव रवीन्द्र प्रसाद सिंह, प्रवक्ता नीरज कुमार तथा मुख्यालय प्रभारी डॉ. नवीन आर्य चन्द्रवंशी, मृत्युंजय कुमार सिंह, मनीष कुमार एवं वासुदेव कुशवाहा उपस्थित थे।
यह दिया गया निर्देश
1. 25 सितंबर से 5 अक्टूबर के बीच जिला कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें जिला, विधानसभा और लोकसभा प्रभारी निश्चित रूप से शामिल रहेंगे। उक्त बैठक में 10 से 25 अक्टूबर के बीच प्रखंड कार्यकारिणी की बैठक करने का निर्णय लिया जायेगा, प्रखंड कमिटी बैठक में प्रखंडएवं विधानसभा प्रभारी निश्चित रूप से शामिल होंगे तथा आवश्यकता अनुसार लोकसभा एवं जिला प्रभारी भी आपसी सामंजस्य बनाकर बैठक में उपस्थित हो।
2. प्रखंड कार्यकारिणी की बैठक में पंचायत प्रभारी की नियुक्ति एवं पंचायत कमिटी का पुर्नगठन होगा, जिसमें उक्त पंचायत के सभी वार्डों से कम से कम दो सदस्य अवश्य शामिल होंगे। इसी बैठक में 01 नवम्बर से 20 नवम्बर के बीच पंचायत कमिटी की बैठक संपन्न कराने का निर्णय लिया जाना चाहिए। पंचायत कमिटी की बैठक में सुनिश्चित किया जाय कि पूर्व निर्णय के अनुसार बैठक में कार्यवाही पुस्तिका अवश्य हो, जिसमें बैठक के निर्णय और बैठक में उपस्थित लोगों के हस्ताक्षर अंकित किये जांए। पंचायत कमिटी की बैठक में विधानसभा, प्रखंड एवं पंचायत प्रभारी अवश्य उपस्थित हों। सुविधानुसार जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी एवं लोकसभा प्रभारी भी पंचायतों की बैठक में शामिल होंगे। एक दिन में प्रथम पाली में एक और दूसरी पाली में एक यानी दो बैठकें की जा सकती हैं।