भोजपुर से लेकर पटना तक रहा जाम, 100 किलोमीटर तक ट्रकों की लगी लम्बी कतार
बिहटा, (मोनु मिश्रा)। पिछले कई महीनो से लगातार सड़क जाम से जूझ रहे भोजपुर जिले एवं पटना जिले के कई इलाकों में अब भी स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है। शनिवार की शाम से शुरू हुआ सड़क जाम का सिलसिला रात में ही महाजाम में तब्दील हो गया था। भोजपुर जिले के बबूरा वीर कुंवर सिंह पुल से लेकर पटना जिले के बिहटा-सरमेरा रोड, बिहटा -चौराहा से अरवल तक एवं भोजपुर में ही सहार सड़क तक एक लेन में हजारों हजार ट्रक खड़े थे,वहीं दूसरी लेन में छोटे बड़े वाहनों के कई लाइन से शुरू हुआ सड़क जाम देर रात तक महाजाम में तब्दील हो गया।पूरी रात एक लेन में खड़ी ट्रक 10 से 12 घंटे तक एक ही स्थान पर खड़ी रही।वहीं दूसरी लेन में खड़े वाहन दो-दो घंटे पर एक किमी की दूरी तय कर पाये।इसमें बिहार सरकार के मंत्री कई वीवीआईपी गाड़ियां, एम्बुलेंस,अधिकारी तक फंसे रहे। जिन्हें कोई देखने और सुनने वाला नहीं था।
जाम में फंसे मंत्री ने कहा जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर समस्या से कराऊंगा अवगत
कोइलवर पूल के पास दो ट्रक की टक्कर ने पहले से सड़क जाम से जूझ रहे इस सड़क के हालात और बिगाड़ दिए। इसमें आम लोगों के साथ ही बिहार सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्री माहेश्वर हजारी एवं विधान पार्षद जीवन कुमार में फंसे रहे। करीब तीन घंटे बाद किसी प्रकार दूसरी सड़क गांव की गलियों से उन्हें निकाला गया।उनके साथ मौजूद विधान पार्षद जीवन कुमार ने कहा की मंत्री जी ने जल्द ही इस मामले में मुख्यमंत्री से समय लेकर पुरे मामले से अवगत कराने की बात कही है।
सड़क जाम के चार प्रमुख कारण
सड़क जाम का मूल कारण बबूरा स्थित छोटी पुल से लेकर बाबू वीर कुंवर सिंह पुल तक एक लेन हो रहा सड़क निर्माण है। बताया जाता है की यहां गंगा नदी पार करने के लिए पहुंचने वाली बालू लदे ट्रकों की ठहराव शुरू होते ही ये लाइन बढ़ती हुई कुछ ही घंटो में पटना जिले के बिहटा – सरमेरा रोड, बिहटा – चौराहा से अरवल तो भोजपुर के सहार तक पहुंच जाती है।दूसरा कारण छोटे वाहनों का ओवरटेक है।तीसरा कारण कोहरा है। कम विजबिलिटी के कारण गाड़ियों के परिचालन में भारी परेशानी आ रही है। चौथा कारण आम दिनों के अपेक्षा करीब 4000 ट्रकों पर अधिक बालू लादे जाने से सड़क पर बढ़ा वाहनों का दबाव।
सड़क जाम से निपटने में फ़िलहाल तीन उपाय आएंगे काम
सड़क जाम की इस भीषण समस्या से निपटने में फ़िलहाल तीन काम आएंगे। इसमें पहला उपाय है अरवल से आ रही बालू लदे ट्रकों को सहार की ओर से परिचालन दूसरा बिहटा – चौराहा से लेकर कोइलवर पूल के समीप तक डिवाइडर का निर्माण तथा तीसरा है पटना जाने वाले सभी छोटे बड़े वाहनों को मनेर के रास्ते परिचालन।