अररिया में तेज रफ्तार ट्रक ने 10 वर्षीय मासूम को कुचला, सड़क पार करने में हादसा, दर्दनाक मौत

अररिया। बिहार के अररिया जिले में एक दुखद सड़क हादसा हुआ है, जिसमें एक 10 वर्षीय बच्चे की जान चली गई। यह घटना गुरुवार देर रात जहानपुर गाँव में हुई, जहाँ तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से मासूम की मौत हो गई। इस हादसे ने एक शादी समारोह को मातम में बदल दिया और परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। मृतक बच्चे की पहचान सुमन कुमार के रूप में हुई है, जो जोकीहाट प्रखंड के मालछड़ी गाँव का निवासी था। वह अपने परिवार के साथ अपने मामा की साली की शादी में शामिल होने जहानपुर गया हुआ था। शादी के कार्यक्रम के दौरान सुमन अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मैया पूजा के लिए मंदिर गया था। पूजा से लौटते समय जब वह सड़क पार कर रहा था, तभी एक तेज रफ्तार ट्रक ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। हादसे के बाद स्थानीय लोगों और परिजनों ने सुमन को गंभीर हालत में अररिया सदर अस्पताल पहुँचाया। डॉक्टरों ने प्राथमिक जाँच के बाद रात करीब 11 बजे उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी, लेकिन खबर लिखे जाने तक पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुँच पाई थी। सुमन के मामा कार्तिक मंडल ने बताया कि वह एक हंसमुख और होनहार बच्चा था। उसकी अचानक मौत से पूरा परिवार स्तब्ध है। शादी जैसे खुशी के मौके पर यह दुर्घटना परिवार के लिए एक बड़ा झटका बनकर आई है। सुमन के माता-पिता और रिश्तेदार इस समय गहरे शोक में हैं। यह घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करती है। तेज रफ्तार वाहनों के कारण अक्सर ऐसे हादसे होते हैं, जिनमें मासूमों की जान चली जाती है। गाँवों और शहरों में सड़कों पर वाहन चालकों की लापरवाही और ओवरस्पीडिंग इस तरह की दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण बनती है। हालाँकि पुलिस को घटना की सूचना मिल चुकी है, लेकिन अभी तक उनकी तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। आमतौर पर ऐसे मामलों में ड्राइवर की गिरफ्तारी और वाहन की जब्ती जैसी कार्रवाई की जाती है। यह देखना होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी गंभीरता दिखाती है और दोषी को कितनी जल्दी पकड़ती है। इस घटना से यह सबक मिलता है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना कितना जरूरी है। वाहन चालकों को विशेष रूप से आबादी वाले इलाकों में गाड़ी धीमी चलानी चाहिए। साथ ही, माता-पिता और अभिभावकों को भी बच्चों को सड़क पार करते समय सावधानी बरतने की सीख देनी चाहिए। अररिया का यह दुखद हादसा एक मासूम की जान लेकर समाज के सामने सड़क सुरक्षा का बड़ा सवाल खड़ा करता है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून और जागरूकता दोनों की जरूरत है। सुमन की मौत उसके परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है, और यह समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे।
