September 8, 2024

बांग्लादेश हिंसा के बाद भारत में घुसपैठ का अलर्ट जारी, सुरक्षा एजेंसियों ने बॉर्डर पर बढ़ाई निगरानी

नई दिल्ली। भारत- बांग्लादेश की सीमा सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं। बताया जा रहा है कि खुफिया जानकारी मिली है कि बांग्लादेश में जारी अशांति के दौरान कई प्रतिबंधित इस्लामी आतंकवादी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम के सदस्य जेलों से भाग गए हैं। इन आतंकियों के भारत में प्रवेश करने की आशंकाओं के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। खुफिया जानकारी के आधार पर कि प्रतिबंधित इस्लामी आतंकवादी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम के सदस्य बांग्लादेश से भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर सकते हैं। किसी भी अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मेघालय में तैनात बीएसएफ के महानिरीक्षक हरबक्स सिंह ढिल्लों ने ईटीवी भारत से कहा, ‘हां, हम हाई अलर्ट पर हैं। हम सीमा पार से आने वाले सभी तथ्यों और रिपोर्टों पर विचार कर रहे हैं।’ बांग्लादेश में मौजूदा उथल-पुथल और हिंसा का फायदा उठाते हुए बांग्लादेश की नरसिंगडी जेल से कई कैदी भाग गए हैं। इस्लामिक आतंकवादी संगठन जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम के कम से कम 10 कैदी भाग गए हैं। विडंबना यह है कि जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम भारत और बांग्लादेश के बीच सीमावर्ती राज्यों में सक्रिय हैं। कई मौकों पर भारत में सुरक्षा एजेंसियों ने पश्चिम बंगाल और असम से इन संगठनों के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि बांग्लादेश में मौजूदा उथल-पुथल का फायदा उठाकर इन आतंकवादी संगठनों के सदस्य भारत में घुसपैठ कर सकते हैं। ढिल्लों ने कहा, ‘भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी नागरिक की घुसपैठ या अवैध प्रवेश को रोका जा सके।’ दरअसल बांग्लादेश में मौजूदा कानून और व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर बीएसएफ ने भारत से लगने वाली बांग्लादेश की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। 443 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा कर रहे बीएसएफ-मेघालय फ्रंटियर ने ‘ऑपरेशन अलर्ट’ अभ्यास करके अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा उपायों को तेज कर दिया है। हालांकि, ढिल्लों ने कहा कि इस समय प्राथमिक चिंताओं में से एक बांग्लादेश में भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी है। उन्होंने कहा, ’18 जुलाई से अब तक बीएसएफ ने मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में दावकी एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) के माध्यम से 574 भारतीय छात्रों, नेपाल के लगभग 435 छात्रों और भूटान के 8 छात्रों को प्रवेश की सुविधा प्रदान की है। पिछले सप्ताह पश्चिमी गारो हिल्स जिले में आईसीपी किलापारा के माध्यम से 18 छात्र प्रवेश कर चुके हैं। आईजी बीएसएफ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे भारतीय नागरिकों, विशेषकर आईसीपी दावकी और आईसीपी किलापारा के माध्यम से प्रवेश करने वाले छात्र समुदाय को हर संभव सहायता प्रदान करें। जैसे कि पेयजल, भोजन के पैकेट और चिकित्सा सहायता प्रदान करना तथा उनके गंतव्य तक पहुंचने में सहायता करना। ढिल्लों ने कहा, ‘बांग्लादेश में चल रही अशांति के जल्द खत्म होने की संभावना नहीं है। इसलिए और अधिक छात्रों के बांग्लादेश से आने की उम्मीद है।’ भारत और बांग्लादेश के बीच 4,096 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा है, जिसमें असम में 262 किलोमीटर, त्रिपुरा में 856 किलोमीटर, मिजोरम में 318 किलोमीटर, मेघालय में 443 किलोमीटर और पश्चिम बंगाल में 2,217 किलोमीटर की सीमा शामिल है।

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