रांची टेस्ट में युवा खिलाड़ियों के दम पर भारत ने इंग्लैंड को रौंदा, 5 विकटो से दी मात
रांची। टीम इंडिया ने रांची टेस्ट में इंग्लैंड को 5 विकेट से हरा दिया। सोमवार को चौथे दिन टीम ने 192 रन के टारगेट को 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस जीत के साथ टीम इंडिया सीरीज में 3-1 से आगे है, यानी पांच मैचों की सीरीज भी अपने नाम कर ली है। ध्रुव जुरेल ने टॉम हार्टले की बॉल पर दो रन लेकर टीम इंडिया को जीत दिला दी। भारत की तरफ से कप्तान रोहित शर्मा (55) और शुभमन गिल (52*) ने दूसरी इनिंग में अर्धशतक लगाए। उनके अलावा ध्रुव जुरेल ने नाबाद 39 रन की पारी खेली। गिल और जुरेल के बीच नाबाद 72 रन की पार्टनरशिप हुई। इंग्लैंड की तरफ से शोएब बशीर ने सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए। टॉम हार्टले और जो रूट को 1-1 विकेट मिला। टीम इंडिया ने 40/0 के स्कोर से चौथे दिन अपनी दूसरी इनिंग आगे बढ़ाई। इससे पहले, इंग्लिश टीम तीसरे दिन के तीसरे सेशन में दूसरी पारी में 145 रन पर ऑलआउट हो गई। इंग्लैंड की पहली पारी के 46 रन की लीड के आधार पर भारत को 192 रन का टारगेट मिला। इंग्लैंड टीम पहली पारी में 353 और भारतीय टीम 307 रन पर ऑलआउट हुई। इंग्लैंड की टीम ने पहला मुकाबला जीता था और अगले तीन मैचों में टीम इंडिया ने जीत हासिल की। रांची में ये टेस्ट मैच बहुत ही ज्यादा रोमांचक हुआ, क्योंकि इस मैच में कभी पलड़ा भारत की ओर होता तो कभी इंग्लैंड की टीम आगे दिखाई देती, लेकिन अंततः जीत टीम इंडिया को मिली। इस मुकाबले की बात करें तो टीम इंडिया के खिलाफ इंग्लैंड की टीम के कप्तान बेन स्टोक्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी चुनी थी। टीम इंडिया गेंदबाजी के लिए उतरी तो पहले दिन के पहले ही सेशन में इंग्लैंड के पांच बल्लेबाजों को आउट कर दिया। हालांकि, दूसरे सेशन में एक विकेट नहीं गिरा, जबकि तीसरे सेशन में दो विकेट गिरे। बावजूद इसके इंग्लैंड की टीम ने 353 रन अपनी पहली पारी में बनाए, जिसमें जो रूट का शतक शामिल था। 58 रनों की पारी ओली रॉबिन्सन ने भी खेली थी। वहीं, भारत के लिए 4 विकेट रविंद्र जडेजा ने निकाले थे। दूसरे दिन भारत को बल्लेबाजी के लिए आना पड़ा और टीम को जल्द ही पहला झटका कप्तान रोहित शर्मा के रूप में लगा। हालांकि, दूसरे विकेट के लिए यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल के बीच 82 रनों की साझेदारी हुई, लेकिन इसके बाद टीम इंडिया के विकेटों का पतझड़ शुरू हो गया। 177 रन पर 7 विकेट गिर गए, लेकिन इसके बाद ध्रुव जुरेल ने 90 रनों की बेसकीमती पारी खेली और टीम का स्कोर 300 के पार पहुंचा। टीम इंडिया अपनी पहली पारी में 307 पर ढेर हो गई और इंग्लैंड को 46 रनों की बढ़त मिल गई। अब तक रोमांच का तड़का इस मैच में लग चुका था, क्योंकि पहली पारी के आधार पर भारत पीछे था और भारत को ही चौथी पारी खेलनी थी। हालांकि, टीम इंडिया के स्पिनरों ने तीसरे दिन दो सेशन से पहले ही इंग्लैंड की टीम को ऑलआउट कर दिया। अपनी दूसरी पारी में मेहमान टीम 145 रन बनाकर ढेर हो गई। आर अश्विन ने 5 और कुलदीप यादव ने चार विकेट निकाले। कुलमिलाकर भारत को 192 रनों का लक्ष्य मिला और तीसरे दिन के आखिर तक 8 ओवर में भारत ने बिना कोई विकेट खोए 40 रन बना लिए थे। मैच के चौथे दिन टीम इंडिया को जीत के लिए 152 रनों की तलाश थी और हाथ में 10 विकेट थे। चौथे दिन की शुरुआत भारत ने अच्छे अंदाज में की और पहला विकेट 84 रन के कुल स्कोर पर गिरा। अभी तक मैच भारत के पक्ष में जा रहा था, लेकिन जैसे ही रोहित शर्मा 55 रन बनाकर 99 रन के कुल स्कोर पर आउट हुए तो मैच में रोमांच का तड़का लग गया। अभी एक रन ही टीम के खाते में जुड़़ा था कि रजत पाटीदार आउट होकर पवेलियन लौट गए। 100 रन पर 3 विकेट थे और मैच पूरी तरह से खुल चुका था। इसके बाद लंच हुआ और लंच के बाद रविंद्र जडेजा और शुभमन गिल ने पारी को आगे बढ़ाया। अभी 20 रन ही दोनों ने जोड़े थे कि एक फुलटॉस पर जडेजा कैच आउट हो गए और अगली गेंद पर सरफराज खान पवेलियन लौट गए। टीम इंडिया का स्कोर 120 रन पर 5 विकेट था और यहां से इंग्लैंड के पास जीतने के चांस थे, क्योंकि भारत के हाथ में भले ही पांच विकेट थे, लेकिन बल्लेबाजी करने वाले कम थे। हालांकि, ध्रुव जुरेल ने शुभमन गिल का साथ दिया और मैच को खत्म करके ही पीछा छुड़ाया। भारत ने 192 रनों का लक्ष्य 61 ओवर में हासिल कर लिया। शुभमन गिल 124 गेंदों में 52 रन बनाकर नाबाद लौटे, जबकि 39 रनों की पारी 77 गेंदों में ध्रुव जुरेल ने खेली।