भारत-चीन संबंधों का सामान्य होना सदा ही दुनिया के हित में : विदेश मंत्री
- भारत में चीन के राजदूत सुन विडोंग से जयशंकर ने की विदाई मुलाकात
नई दिल्ली। भारत में चीन के राजदूत सुन विडोंग ने आज यानी 26 अक्टूबर को विदेश मंत्री एस जयशंकर से विदाई मुलाकात की। जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन के बीच सामान्य संबंध दोनों देशों, एशिया और दुनिया के हित में है। जयशंकर ने मुलाकात के फोटो के साथ ट्वीट में कहा कि चीन के राजदूत सुन विडोंग से विदाई भेंट हुई। उन्होंने कहा कि इस बात पर जोर दिया कि भारत-चीन संबंधों का विकास तीन साझा बिंदुओं से निर्देशित होता है। सीमावर्ती क्षेत्रों में अमन और शांति जरूरी है। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत और चीन के बीच संबंधों का सामान्य होना दोनों देशों, एशिया और दुनिया के वृहद हित में है। चीन के राजदूत सुन विडोंग का भारत में तीन वर्ष से अधिक समय का कार्यकाल रहा।
पड़ोसी होने के नाते कुछ मतभेद होना स्वाभाविक: सुन विडोंग
चीन के राजदूत सुन विडोंग ने मंगलवार को अपने विदाई समारोह में कहा था कि पड़ोसी होने के नाते चीन और भारत के बीच कुछ मतभेद होना स्वाभाविक है, हालांकि, विकास के लिए साझा आधार तलाशने पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लंबित मुद्दों का बातचीत से समाधान निकाला जाना चाहिए। चीनी राजदूत की यह टिप्पणी उनके तीन साल से अधिक के कार्यकाल के अंत में आई है। 15 जून, 2020 को गलवान घाटी में हुई झड़पों के बाद भारत और चीन के बीच संबंधों में तनाव में आ गया। अपने विदाई समारोह के दौरान सुन ने कहा कि चीन और भारत एक दूसरे के महत्वपूर्ण पड़ोसी हैं। चीन और भारत के बीच कुछ मतभेद होना स्वाभाविक है। मुख्य बात यह है कि मतभेदों को कैसे संभाला जाए। उन्होंने कहा कि हमें ध्यान रखना चाहिए कि दोनों देशों के साझा हित मतभेदों से ऊपर हैं। इस बीच, दोनों पक्षों को वार्ता और परामर्श के माध्यम से मतभेदों को हल करना चाहिए। मई 2020 के बाद से दोनों देशों के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद पैदा हो गया है, इससे संबंधों पर भी असर पड़ा है। हालांकि कई स्तरों पर कई दौर की वार्ता के बाद कई मुद्दों पर दोनों के बीच सहमति बनी है। हालांकि अभी भी संबंध सामान्य नहीं हुए हैं।