पूर्णिया लोकसभा से निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू यादव जीते, चुनाव आयोग का औपचारिक ऐलान बाकी

पूर्णिया। लोकसभा चुनाव की मतगणना के बीच पूर्णिया लोकसभा से चौंकाने वाली खबर सामने आई है। पूर्णिया लोकसभा में जदयू उम्मीदवार संतोष कुशवाहा से कई राउंड में पीछे चलने के बाद आखिरकार पप्पू यादव ने सातवें राउंड में जीत हासिल कर ली। हालांकि, उनकी जीत की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन पप्पू यादव ने स्वयं इस बात की जानकारी मीडिया से साझा की है कि उनकी जीत हो गई है। बता दें कि पप्पू यादव की उम्मीदवारी को लेकर काफी विवाद रहा है और पूर्णिया से उनकी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उनकी यह जीत बहुत बड़ी मानी जा रही है। पप्पू यादव की यह जीत खास तौर पर तब और भी बड़ी हो जाती है जब राजद नेता तेजस्वी यादव ने पूरा जोर लगा दिया था कि पप्पू यादव पूर्णिया से न जीत पाए। उन्होंने तो यहां तक बयान दे दिया था कि चाहे तो इंडिया अलायंस के कैंडिडेट को जिताइए या फिर एनडीए के कैंडिडेट को जीत दिला दीजिए। पप्पू यादव को मस्जिद लिए बावजूद इसके पप्पू यादव की जीत बहुत बड़ी जीत कहीं जा सकती है। सातवें राउंड तक अधिकारीक घोषणा में संतोष कुशवाहा 12667 वोट से आगे चल रहे थे, लेकिन इसके बाद पप्पू यादव ने स्वयं बाहर आकर बताया कि उनकी जीत हो गई है। इसके बाद पप्पू यादव ने पूर्णिया की जनता को धन्यवाद दिया और कहा कि सभी जाति सभी वर्ग के लोगों का समर्थन उन्हें मिला है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों और मीडिया का भी समर्थन मिला है। पप्पू यादव ने पूर्णिया को विश्व स्तर का बनाने का वादा किया। समर्थकों में जश्न का माहौल है। पप्पू यादव लगातार पूर्णिया सीट पर दावेदारी करते रहे थे। लेकिन, इसके पहले वह जब कांग्रेस में शामिल हुए तब भी उन्होंने पूर्णिया सीट पर दावेदारी नहीं छोड़ी। इसके बाद महागठबंधन में जब सीटों का बंटवारा हुआ तो पूर्णिया सीट राजद के खाते में चली गई। वहीं, राजद की ओर से कहा गया कि पूर्णिया पप्पू यादव मधेपुरा या सुपौल से लड़ लें, मगर पप्पू यादव नहीं माने। इसके बाद बाद उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पूर्णिया से टिकट पूर्णिया से उम्मीदवारी देश की और इसके बाद पूरे दम खम के साथ चुनावी लड़ाई लड़ी।
