राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर बढ़ा विवाद, सुब्रमण्यम स्वामी ने हाईकोर्ट में दायर की अर्जी

नई दिल्ली। राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर उठे विवाद ने एक बार फिर से सुर्खियां बटोरी हैं, जब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की। स्वामी का दावा है कि राहुल गांधी के पास ब्रिटेन की नागरिकता है और वह ब्रिटिश पासपोर्ट धारक हैं, जिससे उनकी भारतीय नागरिकता पर सवाल उठते हैं। सुब्रमण्यम स्वामी ने पहले भी इस मामले को उठाया था और अगस्त 2019 में केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी की कथित ब्रिटिश नागरिकता के बारे में चिंता व्यक्त की थी। उनके अनुसार, राहुल गांधी ब्रिटेन में पंजीकृत एक कंपनी, बैकलॉप्स लिमिटेड के निदेशकों में से एक हैं। स्वामी का दावा है कि कंपनी के 2005 और 2006 के सालाना रिटर्न में राहुल गांधी की जन्मतिथि 19 जून, 1970 के साथ ब्रिटिश नागरिक के रूप में दर्ज है। इस दस्तावेज के आधार पर, स्वामी ने कहा है कि राहुल गांधी ने ब्रिटिश नागरिकता प्राप्त कर ली है, जो भारतीय संविधान और सिटिजनशिप एक्ट 1955 के तहत अनुचित है। स्वामी ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 9 का हवाला देते हुए कहा है कि किसी भी भारतीय नागरिक को दूसरे देश की नागरिकता प्राप्त करने की अनुमति नहीं है। यदि कोई भारतीय नागरिकता के साथ किसी अन्य देश की नागरिकता लेता है, तो उसे भारतीय नागरिकता का त्याग करना होगा। इस आधार पर, स्वामी ने मांग की है कि राहुल गांधी से भारतीय नागरिकता छीन ली जाए। 2019 में, स्वामी द्वारा उठाए गए इस मुद्दे के जवाब में, केंद्र सरकार ने 20 अप्रैल, 2019 को राहुल गांधी को एक नोटिस भी जारी किया था, जिसमें उनसे उनकी नागरिकता के बारे में सफाई मांगी गई थी। स्वामी का कहना है कि उन्होंने कई बार केंद्र सरकार से इस मामले में स्टेटस अपडेट मांगा है, लेकिन उन्हें कोई ठोस जवाब नहीं मिला। इसलिए, उन्होंने अदालत से गुहार लगाई है कि वह केंद्र सरकार को इस मामले पर कार्रवाई का स्टेटस देने का निर्देश दे। सुब्रमण्यम स्वामी का यह मामला न केवल राहुल गांधी की व्यक्तिगत छवि को प्रभावित कर सकता है, बल्कि भारतीय राजनीति में भी हलचल मचा सकता है। राहुल गांधी, जो कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और एक प्रमुख विपक्षी नेता हैं, पहले भी भाजपा के निशाने पर रहे हैं। यह विवाद ऐसे समय में उभरा है जब भारतीय राजनीति में कई बड़े मुद्दे चल रहे हैं। स्वामी का यह कदम कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी के लिए एक नई चुनौती प्रस्तुत कर सकता है। इस मामले के कानूनी और राजनीतिक परिणाम क्या होंगे, यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन फिलहाल यह विवाद चर्चा का विषय बना हुआ है। राहुल गांधी के खिलाफ लगाए गए इन आरोपों पर कांग्रेस पार्टी ने अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन यह निश्चित है कि इस मामले से पार्टी को एक बार फिर से बचाव की स्थिति में आना पड़ेगा। दूसरी ओर, भाजपा ने राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाकर कांग्रेस पार्टी को घेरने की कोशिश की है। यह मामला अब अदालत में है, और इसका अंतिम निर्णय न्यायालय के फैसले पर निर्भर करेगा। अदालत से स्वामी ने मांग की है कि वह सरकार से इस मामले पर कार्रवाई का स्टेटस रिपोर्ट मांगे, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि इस मामले में अब तक क्या प्रगति हुई है और आगे क्या कदम उठाए जाएंगे। इस विवाद के चलते भारतीय राजनीति में एक नई बहस छिड़ गई है, जिसमें देश की नागरिकता कानूनों के महत्व और उनके पालन की चर्चा हो रही है। इस मामले का नतीजा क्या होगा, यह तो समय बताएगा, लेकिन इसने भारतीय राजनीति में एक नई हलचल जरूर पैदा कर दी है।
