सावन माह ने बढ़ाई दूध की खपत : सुधा दूध हर सोमवार 1 लाख लीटर अधिक करता है उत्पादन, पेड़े व पनीर की भी मांग
पटना। सावन की आज पहली सोमवारी है। हर साला की तरह इस वर्ष भी के साथ ही में शिव भक्तों की शिवालयों में भीड़ उमड़ती है। वही शिवलिंग पर दूध से जलाभिषेक की प्रथा है। जिसकी वजह से दूध की डिमांड बढ़ जाती है। वही इस खपत को पूरा करने के लिए पटना डेरी प्रोजेक्ट सुधा अपने उत्पादन को हर सोमवार को एक लाख लीटर बढ़ा देती है। वही पटना डेरी प्रोजेक्ट सुधा के प्रबंध निदेशक एस.एन. ठाकुर ने बताया कि हर वर्ष सावन के महीने में दूध व दूध के प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ जाती है। जिस कारण सावन के हर सोमवारी को पटना डेरी प्रोजेक्ट सुधा 1 लाख लीटर दूध का उत्पादन बढ़ा देता है। हालांकि, हर दिन पटना डेरी प्रोजेक्ट सुधा की तरफ से पटना जिले के लिए 5 लाख लीटर दूध सप्लाई की जाती है। लेकिन, सावन की सोमवार को डिमांड 6 लाख लीटर तक पहुंच जाती है।
8 से 10 टन पेड़े की डिमांड
वही दूध की डिमांड के साथ ही दूध से बने प्रोडक्ट्स की भी डिमांड सोमवारी के दिन बढ़ जाती है। प्रतिदिन जो 3 से 5 टन पड़े पटना डेरी प्रोजेक्ट की ओर से जिले के लिए दिया जाता है। वह सावन के सोमवार को बढ़ कर 8 से 10 टन हो जाता है। वही पनीर के डिमांड में भी इजाफा देखा जाता है। आम दिनों 6 से 7 टन पनीर का उत्पादन सुधा की तरफ से की जाती है लेकिन सावन के सोमवारी को यह मांग बढ़कर 8 से 10 टन हो जाती है। चूंकि सावन के सोमवार को लाखों लोग मंदिरों के शिवलिंग की पूजा करते हैं। जिसमें शिवलिंग के ऊपर दूध चढ़ाते हैं। इसके अलावा दिन लोगों का उपवास भी रहता है। जिस कारण दूध और उससे बने प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ जाती है। डिमांड पूरी करने के लिए ITC ने भी अपने आशीर्वाद दूध के उत्पादन में इजाफा किया। बता दे की आशीर्वाद ने सावन में सोमवार को अपने प्रतिदिन की दूध की खपत में 25% का इजाफा किया है। आशीर्वाद का दूध पटना जिले के लिए प्रतिदिन का खपत 80 हजार लीटर है। लेकिन सोमवार को इसकी खपत में 25% का इजाफा हुआ।