मुख्यमंत्री ने पीयू के सीनेट हॉल का किया लोकार्पण: बच्चों से कहा- खूब पढ़ों-लिखों और खूब खेलो-कूदो, राज्यपाल भी रहे मौजूद
- मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से की केंद्रीय यूनिवर्सिटी की मांग, कहा- अब तो कहकर करवा दीजिए
- नीतीश बोले- जल्द दुनिया खत्म हो जाएगी, इसलिए हर कोई घाट पर जाकर गंगा का दर्शन किया कीजिये
- कार्यक्रम के दौरान सीएम का पैर फिसला, सुरक्षा कर्मियों ने संभाला
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार सुबह पटना यूनिवर्सिटी पहुंचे। यहां शिक्षक दिवस के मौके पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर भी मौजूद रहे। सीएम नीतीश और राज्यपाल ने पीयू में नवसौंदर्यीकृत सीनेट हॉल का भी लोकार्पण किया। सीनेट हॉल के उद्घाटन के बाद नीतीश कुमार ने शिक्षकों को संबोधित किया। उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि राज्यपाल यहां बैठे हैं। मैं उन्हें खुद यूनिवर्सिटी दिखाऊंगा। नीतीश कुमार ने राज्यपाल को कहा कि आपसे मिलते हैं, तो हमको बहुत अच्छा लगता है, जब मौका मिलेगा तो हम आपको घुमाएंगे। परमिशन हैं ना आपकी। चलिएगा ना मेरे साथ? राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री की बातों को मैं ध्यान में रखूंगा उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनने का आश्वासन दिया। राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री और राजभवन के बीच कोई टकराव नहीं है। दरअसल, पटना विश्वविद्यालय में आज शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। इस दौरान पटना विश्वविद्यालय के नए सीनेट हॉल का भी उद्घाटन किया जाना था। कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों को आमंत्रित किया गया था। इस मौके पर पटना विश्वविद्यालय के 35 रिटायर्ड शिक्षकों को सम्मानित किया गया। साथ ही 21 शिक्षकों और कर्मचारियों को भी पुरस्कृत किया गया।
जल्द दुनिया खत्म हो जाएगी, इसलिए हर कोई घाट पर जाकर गंगा का दर्शन किया कीजिये : सीएम नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर दुनिया के खत्म होने का डर सताने लगा है। पटना यूनिवर्सिटी के सीनेट हॉल का लोकार्पण करने पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यक्रम में मौजूद छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए एक बार फिर से कहा है कि दुनिया खत्म होने वाली है। उन्होंने कहा कि दुनिया खत्म हो जाएगी लेकिन गंगा तब भी रहेगी, ऐसे में छात्रा हर दिन घाट पर जाकर गंगा का दर्शन किया करें। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को सीनेट हॉल का लोकार्पण करने पटना यूनिवर्सिटी के पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर भी मंच पर मौजूद रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के प्रोफेसर से हाथ जोडकर आग्रह किया कि वे बच्चे-बच्चियों को खूब ठीक ढंग से पढ़ाएं। वहीं उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि वे पढ़ाई के साथ साथ खेलकूद पर भी ध्यान दें। नीतीश ने कहा कि, ‘एक बात और कहेंगे कि जरा गंगा नदी के किनारे जाया करो.. हम जब पढ़ते थे तो पढ़ने के बाद सीधे गंगा किनारे चले जाते थे.. अब कितना बढ़िया हम बना दिए…हम तो कहेंगे कि खूब पढ़ों लिखों और खेलो कूदो’। उन्होंने वहां मौजूद अधिकारियों से कहा कि खेल-कूद वाले लड़के लड़कियों को कोई कमी नहीं होनी चाहिए। खेलकूद के लिए जो भी जरूरत पड़े कहिएगा.. उसके लिए हमलोग और सुविधा दे देंगे। इसके अलावे जरा गंगा नदी के किनारे जा जाकर देखा करो..ये धरती खत्म हो जाएगा..लेकिन ऊ तो रहेगा न जी..इसलिए हमेशा दर्शन करते रहना.. यही बात कहने आए हैं.. तब मानते हो न.. देखोगे न.. और बाकी इस विश्वविद्यालय के विकास के लिए हमलोग हर तरह से काम करेंगे.. और जबतक हम जीवित हैं भाई..हमारा तो पटना विश्वविद्यालय से लगाव रहेगा।
कार्यक्रम के दौरान सीएम का पैर फिसला, सुरक्षा कर्मियों ने संभाला
वही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अचानक पैर फिसल गया और स्टेज पर लड़खड़ाकर गिर गए। सीएम नीतीश के साथ मंगलवार को पटना यूनिवर्सिटी में यह हादसा हुआ। इस दौरान राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर भी स्टेज पर मौजूद थे। सीएम नीतीश पीयू में राज्यपाल के साथ शिक्षक दिवस के मौके पर नए सीनेट हॉल के लोकार्पण एवं टीचर्स सम्मान समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे। नीचे गिरते ही वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने मुख्यमंत्री को संभाल लिया। उन्हें किसी प्रकार की चोट नहीं पहुंची, वे बाल-बाल बच गए। सीएम नीतीश और राज्यपाल ने पीयू में नवसौंदर्यीकृत सीनेट हॉल का भी लोकार्पण किया। उद्घाटन के लिए सीएम नीतीश राज्यपाल के साथ जैसे ही स्टेज पर पहुंचे, उनका पैर फिसल गया। अगले ही पल मुख्यमंत्री लड़खड़ाकर स्टेज पर गिर पड़े। यह देख वहां मौजूद हर शख्स हक्का-बक्का रह गया। हालांकि, सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत सीएम नीतीश को संभाला और उन्हें खड़ा किया। जब देखा कि सीएम को किसी प्रकार की चोट नहीं आई तो उन्होंने राहत की सांस ली।
नीतीश ने यूनिवर्सिटी में बिताए पुराने दिनों को किया याद
नीतीश कुमार ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि पटना विश्वविद्यालय भारत का सातवां विश्वविद्यालय है। हम तो पहले ही इसमें पढ़े थे। जब यह बना था तो पूरे भारत में मात्र सात ही विश्वविद्यालय थे। अब इसके 106 साल पूरे हो गए हैं। शुरू से ये विश्वविद्यालय शिक्षा और शोध में अपना योगदान देता रहा। नवनिर्मित सीनेट हॉल के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा की जब जेपी मूवमेंट शुरू हुआ था तो यहीं से हुआ था। उस वक्त देश दुनिया के लोग यहीं आते थे और यहीं पर बैठते थे। ये बहुत सुंदर जगह है। जब हम यहां कुछ दिन पहले आए तो देखे कि ये टूटा हुआ था तो हमने कहा की इसको ठीक करवाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना मेडिकल कॉलेज को बहुत बड़ा बनवा रहे हैं। 5462 बेड का मेडिकल कॉलेज बनवा रहे हैं। जो इस देश ही नहीं पूरे दुनिया में ऐसा कही नहीं है। इसका एक तरफ का काम पूरा हो गया है।