मुख्यमंत्री ने नालंदा में एनओयू के कार्यालय का किया उद्घाटन: जातीय गणना पर भी कहीं बड़ी बात
- सीएम नीतीश बोले- इतना बड़ा ओपन यूनिवर्सिटी पूरे देश में कहीं नहीं है, आने वाले समय में इसको आगे बढ़ाएंगे
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को नालंदा पहुंचे। जहां उन्होंने सिलाव प्रखंड स्थित नालंदा खुला विश्वविद्यालय कार्यालय भवन का उद्घाटन किया। 36 वर्षों के बाद नालंदा विश्वविद्यालय का कार्यालय शुरू किया गया। बता दें कि 1 मार्च 1987 को नालंदा खुला विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री राजगीर भी जाएंगे। जहां मलमास मेले के लिए बनाई गई डॉक्यूमेंट्री फिल्म व स्मारिका का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक, विश्वविद्यालय के कुलपति व गणितज्ञ डॉ. कृष्ण चंद्र सिंह, प्रो.वीसी डॉक्टर संजय कुमार, रजिस्टार डॉक्टर मोहम्मद हबीबुररहमान, रजिस्टर (एग्जाम) डॉक्टर नीलम कुमारी समेत अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने निरीक्षण करके इस जगह का चयन किया था। अब बेहद ही सुंदर स्वरूप में यह यूनिवर्सिटी बन गई है। बहुत दिन से पटना में चल रहा था। बाहर से भी लोग यहां आकर एडमिशन लेंगे साथ ही जिनको यहां रहकर पढ़ाई करनी है उनके लिए बॉयज एवं गर्ल्स हॉस्टल के अलावा स्टाफ क्वार्टर भी बनबा दिया गया है। इतना बढ़िया और इतना बड़ा ओपन यूनिवर्सिटी पूरे देश में कहीं नहीं है। आने वाले समय में इसको और बढ़ाया जाएगा।
सभी पार्टी ने मिलकर यह डिमांड किया था कि जातीय गणना होनी चाहिए: नीतीश
सीएम नीतीश ने कहा कि सभी पार्टी ने मिलकर यह डिमांड किया था कि जातीय गणना होनी चाहिए। क्योंकि जातीय जनगणना केंद्र सरकार के अधीन है। लेकिन जातीय गणना करवाना राज्य सरकार का अधिकार है। जातीय गणना का सभी कार्य पूरा हो चुका है और एक-एक करके सभी चीजों को प्रकाशित किया जाएगा। हम लोग आर्थिक स्थिति को देखते हुए उनके विकास की योजना भी बनाएंगे। यह कार्य राज्य के हित मे है। हम लोग अच्छा काम कर रहे हैं इसलिए बहुत लोगों को ऐतराज होता है क्योंकि इन कामों से हमे फायदा होगा तो उन्हें इस बात का एतराज है। बिहार में चल रही जाती है गणना को लेकर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में नया हलफनामा दायर किया है। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि – हम तो राज्य के हित में ही काम कर रहे हैं न जी। इसका आब्जेक्शन होना कोई मतलब है इसका। क्योंकि हम अच्छा काम कर रहे हैं इसलिए बहुत लोगों को ऐतराज होता है। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि -सब लोग जानता है कि हम कितना बढ़िया काम करने जा रहे हैं इससे लोगों को फायदा होगा लेकिन जब हम अच्छा काम करते हैं तो इन लोगों को ऐतराज होता है। इसलिए यह लोग इस तरह का काम करते रहता है।
विपक्षी एकता पर बोले मुख्यमंत्री, कहा- हमको किसी पद की लालसा नहीं
नीतीश कुमार ने एक बार फिर से दोहराया कि उन्हें किसी पद की लालसा नहीं है। अभी कौन-कौन लोग इंडिया गठबंधन में शामिल होंगे यह कहना ठीक नहीं है। यह आगे पता चल जाएगा की और कौन लोग इसमें शामिल हो रहे हैं। मेरी व्यक्तिगत कोई इच्छा नहीं है हमारा प्रयास है कि सब लोग एकजुट हो। वही नीतीश कुमार ने एक बार फिर से दोहराया है कि लोकसभा चुनाव समय से पहले भी सकता है। केंद्र सरकार उसे निश्चित समय पर नहीं करा कर पहले भी करवा सकती है।
10 एकड़ में बना है विश्वविद्यालय
116.65 करोड़ की लागत से 10 एकड़ में नालंदा खुला विश्वविद्यालय का भवन बनाया गया है। विश्वविद्यालय के अंदर प्रशासनिक भवन एकेडमिक बिल्डिंग, वीसी बंगला, प्रोवीसी बंगला, प्रोफेसर एवं स्टाफ के अलावे छात्र-छात्राओं के रहने के लिए हॉस्टल का निर्माण किया गया है। विश्वविद्यालय की सबसे अहम बात यह है कि इसके प्रशासनिक भवन का लुक नालंदा महाविहार के लुक के जैसा दिया गया है। इसके अलावा अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस डाइनिंग हॉल और गेस्ट हाउस का भी निर्माण किया गया है। वही विश्वविद्यालय के वीसी डॉक्टर के सिंह ने बताया कि पटना स्थित कार्यालय से सभी कागजात, दस्तावेज एवं अन्य सामानों को नालंदा शिफ्ट किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फिलहाल पटना में भी विश्वविद्यालय की शाखा कार्यरत रहेगी।