PATNA : विश्व खाद्य दिवस पर जल का जीवन में महत्व पर सेमिनार
- जल जीवन है, जल भोजन है, किसी को इससे वंचित न रखें’’
पटना। बिहार राज्य उत्पादकता परिषद द्वारा नाबार्ड पटना मैनेजमेंट एसोसिएशन एवं बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के सहयोग से एफ.ए.ओ. द्वारा, घोषित विषय ‘‘जल जीवन है, जल भोजन है, किसी को इससे वंचित न रखें’’ पर एक सेमिनार का आयोजन बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के सभागार में सोमवार को आयोजित किया गया। वही इस सम्मेलन में मुख्य वक्तव्य आई.सी.ए.आर के डॉ. आशुतोष उपाध्याय, प्रतिष्ठित सामाजिक व्यवसायी दीपक ठाकुर एवं ए.एन. कॉलेज की विभागाध्यक्ष भावना निगम ने प्रस्तुत किया। सेमिनार की अध्यक्षता बिहार इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष के.पी.एस केसरी एवं बिहार राज्य उत्पादकता परिषद के अध्यक्ष डी. के. श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से की. संगोष्ठी में बिहार राज्य में जब एवं पूरे विश्व में जल की कमी एवं जल के प्रदूषण के कारणों पर विचार किया गया। पूरे जनसंख्या को शुद्ध जल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराये जाने के लिए जरूरी उपायों पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही खाद्यान्न उत्पादन में जल की समुचित उपलब्धता निश्चित कराए जाने के लिए अपेक्षित कार्यों के बारे में भी चर्चा की गयी। सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. रणजीत कुमार वर्मा, पूर्व कुलपति, मुंगेर विश्वविद्यालय एवं सपना नरुला, प्रबंधन विभागाध्यक्ष, नालंदा विश्वविद्यालय सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। वही इस वेबिनार के माध्यम से सेमिनार में चांसलर डा.पी.आर. त्रिवेदी एवं डॉ. मार्कण्डेय राय, राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद के निदेशक के. डी. भारद्वाज एवं मेधा डेयरी के प्रबंध निदेशक सुधीर कुमार सिंह ने अपने विचार रखे। सम्मेलन का संचालन परिषद के महासचिव एडवोकेट बसंत कुमार सिन्हा एवं धन्यवाद ज्ञापन परिषद् के कार्यक्रम निर्देशक मणि किशोर दास ने दिया।