आईजी ने की कार्रवाई : पटना-नालंदा के 30 से अधिक थानाध्यक्ष व आईओ से मांगा स्पष्टीकरण
पटना । गंभीर मामलों में फरार चल रहे आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं करने तथा लंबित मामलों की जांच पूरी करने में बरती जा रही लापरवाही पर आईजी रेंज संजय सिंह ने कड़ी नाराजगी जताई है।
समीक्षा के दौरान यह लापरवाही उजागर होने पर उन्होंने पटना-नालंदा के 30 से अधिक थानेदार व आईओ से स्पष्टीकरण मांगा है। जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर संबंधित के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
यह चेतावनी आईजी रेंज ने संबंधित थानेदारों व आईओ को दी है। उन्होंने कहा है कि हर हाल में लंबित मामलों की जांच पूरी कर आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट की जाए ताकि आरोपितों को सजा और पीड़ितों को न्याय मिल सके। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
आईजी ने बताया कि पटना और नालंदा के विभिन्न थानों में करीब 3500 से अधिक मामले लंबित हैं। इनमें भूमि विवाद, साइबर क्राइम, धोखाधड़ी, जालसाजी, पारिवारिक विवाद के साथ ही हत्या, लूट व चोरी के मामले जुड़े हैं।
कई गंभीर मामलों में फरार आरोपितों की गिरफ्तारी तक नहीं हो सकी है। मई में थानावार लंबित मामलों का निष्पादन बेहद कम हुआ। समीक्षा के दौरान थानावार अबतक कितने मामलों का निष्पादन किया गया। कितने आरोपितों की गिरफ्तारी की गई।
किन-किन मामलों में कितने आरोपित अभी फरार हैं। कितने वारंटी गिरफ्तार किए गए और किन मामलों में कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की गई आदि बिन्दु पर कार्रवाई करने के संबंध में कई थानेदार व आईओ सुस्त पाए गए।
इसको देखते हुए संबंधित थानेदारों व आईओ को उक्त बिन्दुओं पर कार्रवाई करते हुए लंबित मामलों के निष्पादन में दिलचस्पी लेने की चेतावनी दी गई है।