पटना में धारदार हथियार से पति ने की पत्नी की हत्या, घरेलू विवाद में मार डाला

पटना। जानीपुर थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक पति ने अपनी ही पत्नी की हत्या कर दी। यह मामला अध्पा निजामपुर गांव का है, जहां मंगलवार देर रात घरेलू विवाद के चलते पत्नी की हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक, आरोपी पति राहुल मांझी ने अपनी पत्नी पूजा देवी पर धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद राहुल फरार हो गया है। हत्या के पीछे घरेलू कलह को मुख्य कारण माना जा रहा है। यह घटना तब और भी दर्दनाक हो जाती है जब यह पता चलता है कि मृतका की दो मासूम बेटियां भी हैं, जिनमें एक की उम्र पांच साल और दूसरी की तीन साल है। स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी मंगलवार देर रात पुलिस को दी। सूचना मिलते ही जानीपुर थाना प्रभारी बलबीर सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पटना एम्स भेजा। पुलिस ने मौके की गंभीरता को देखते हुए फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की टीम और डॉग स्क्वाड को भी बुलाया। पूरे घटनास्थल की बारीकी से जांच की जा रही है, ताकि हत्या के सही कारण और घटनाक्रम को स्पष्ट किया जा सके।
आरोपी की तलाश जारी
घटना के बाद से आरोपी पति फरार है। पुलिस लगातार उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। जानीपुर थाना प्रभारी का कहना है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस का मानना है कि राहुल मांझी आसपास के इलाके में ही कहीं छिपा हो सकता है।
परिवार और समाज पर असर
इस तरह की घटनाएं न सिर्फ एक परिवार को तोड़ देती हैं बल्कि समाज के लिए भी चिंता का विषय बन जाती हैं। दो मासूम बच्चियों की मां की इस तरह हत्या उनके भविष्य पर भी गहरा असर डालेगी। सवाल यह भी उठता है कि घरेलू विवाद इस हद तक कैसे पहुंच जाता है कि एक जीवन ही समाप्त कर दिया जाता है।
बढ़ती घरेलू हिंसा की घटनाएं
हाल के वर्षों में घरेलू हिंसा के मामलों में इजाफा देखा गया है। यह घटना भी उसी कड़ी का हिस्सा मानी जा रही है। समाज में जागरूकता और परिवारिक संवाद की कमी अक्सर ऐसे दुखद घटनाक्रम को जन्म देती है। प्रशासन और समाज दोनों की जिम्मेदारी बनती है कि ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाए और समय रहते हस्तक्षेप किया जाए। पूजा देवी की हत्या ने एक बार फिर घरेलू हिंसा के खतरनाक रूप को सामने रखा है। पुलिस की जांच जारी है और आरोपी की गिरफ्तारी का इंतजार किया जा रहा है। वहीं, समाज को भी आत्मनिरीक्षण करने की ज़रूरत है कि कैसे पारिवारिक विवाद को सुलझाने के बजाय हत्या जैसे अपराध तक पहुंचाया जा रहा है।
