पटना में लकड़ी गोदाम में भीषण आग, एक करोड़ का सामान जला, चपेट में आए 10 घर, दम घुटने से एक की मौत

पटना। गांधी मैदान थाना क्षेत्र में स्थित पीरमुहानी इलाके में रविवार देर रात एक भीषण आग लग गई। आग विश्वकर्मा टिंबर नामक लकड़ी गोदाम में लगी थी। घटना की सूचना रात 1:30 बजे फायर कंट्रोल रूम को मिली, जिसके बाद दमकल विभाग की टीमें तुरंत हरकत में आ गईं।
लकड़ी के गोदाम में भीषण नुकसान
इस आगजनी में भारी मात्रा में लकड़ी जलकर खाक हो गई। अनुमान के अनुसार, करीब एक करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। यह आग इतनी तेजी से फैली कि उसके चपेट में आसपास के लगभग 10 घर भी आ गए।
रेस्क्यू और राहत कार्य
टिंबर हाउस के पास घनी आबादी वाला इलाका है, जहां कई घर और बाजार स्थित हैं। आग के फैलने से अफरा-तफरी मच गई। आग की चपेट में आए मकानों में फंसे करीब 40 लोगों को दमकल कर्मियों ने सुरक्षित बाहर निकाला। आग के कारण इलाके में धुआं इतना फैल गया था कि दम घुटने से एक व्यक्ति की जान भी चली गई।
दमकल विभाग की तत्परता
घटना के बाद दमकल विभाग की करीब 30 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। कंकड़बाग, लोदीपुर, सचिवालय, पटना सिटी समेत अन्य इलाकों से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां बुलाई गईं। लगभग 150 दमकलकर्मी आग बुझाने में पूरी रात जुटे रहे। आग इतनी विकराल थी कि उसे काबू में लाने में 9 घंटे से अधिक समय लग गया। इसके बावजूद घटनास्थल से धुआं उठता रहा। इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 5 लाख लीटर पानी खर्च हुआ।
जांच और सुरक्षा उपाय
घटना के बाद अग्निशमन पदाधिकारी मनोज नट ने इस भीषण अग्निकांड की जांच के लिए एक समिति गठित करने की अनुशंसा की है। उनका कहना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, एक अन्य अधिकारी अजित कुमार ने बताया कि यह इलाका पहले भी आगजनी की घटनाओं का शिकार हो चुका है।
स्थानीय लोगों में दहशत
घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। आग से न केवल संपत्ति का नुकसान हुआ, बल्कि कई परिवारों का सब कुछ उजड़ गया। आग की वजह से रातभर लोग अपने घरों से बाहर सड़कों पर डरे-सहमे खड़े रहे। आसपास के घरों में रहने वाले लोगों ने बताया कि उन्होंने पहले कभी ऐसी भयानक आग नहीं देखी थी। यह हादसा पटना शहर की आग से निपटने की तैयारियों और सुरक्षा उपायों की पोल भी खोलता है। ऐसे इलाकों में जहां आबादी घनी है और बड़े गोदाम हैं, वहां विशेष अग्निशमन उपाय और समय-समय पर जांच बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

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