बोधगया बना कोरोना का हॉटस्पॉट : 11 विदेश श्रद्धालु संक्रमित, DM का आदेश- बौद्ध धर्मगुरु से मिलने के लिए कराना होगा कोरोना जांच
पटना। बोधगया में दलाई लामा के कार्यक्रम में शामिल होने आए 11 विदेश कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। 24 दिसबंर को ये सभी इंटरनेशनल फ्लाइट से बोधगया आए थे। वही रविवार की शाम तक 4 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें से 2 लोगों को होटल में आइसोलेट किया गया है। तीसरा वापस दिल्ली लौट चुका है। और चौथा लापता है। हालांकि सोमवार शाम को यह संख्या बढ़कर 11 हो गई। पॉजिटिव मिले 11 विदेशियों में से एक इंग्लैंड और बाकी 10 म्यांमार और थाईलैंड के हैं। वही सबसे बड़ी बात ये है कि जांच और रिपोर्ट आने के बीच ये लोग हजारों लोगों के संपर्क में आए हैं। पूरे बोधगया में ये लोग घूमते रहे। वही मंदिर में इन सभी ने पूजा भी की है। कोरोना केस मिलने के बाद गया DM डॉ. त्यागराजन ने निर्देश दिया है कि बौद्ध धर्मगुरु दलाई लाला से मिलने से पहले कोरोना टेस्ट कराना होगा। वही विदेशी संक्रमितों ने देश में कोरोना की बड़ी चेन बना दी है। वही थाईलैंड और म्यांमार से आए 11 विदेशी संक्रमितों की ट्रैवल हिस्ट्री ने सरकार की नींद उड़ा दी है। वही इन संक्रमितों में से एक बोधगया से लापता है, जबकि एक संक्रमित दिल्ली लौट गया है। सिविल सर्जन रंजन सिंह का किसी में लक्षण नहीं है, जो जहां है, वहीं आइसोलेट हो गया है। प्रशासन ने दिल्ली सरकार को अलर्ट कर दिया है। विदेशी संक्रमितों की ट्रैवल हिस्ट्री ने संक्रमितों की चेन तैयार की है। यह बिहार ही नहीं पूरे देश के लिए बड़ा खतरा हो सकता है। वही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। 2 संक्रमितों को आइसोलेट कर कोरोना के स्ट्रेन के लिए जिनोम सीक्वेंसिंग कराई जा रही है। अब संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों से कोरोना विस्फोट होने का खतरा है। वही संक्रमितों में अगर कोरोना का नया स्ट्रेन मिला तो बिहार सरकार सहित भारत सरकार के लिए बोधगया से बड़ा खतरा होगा।
रिपोर्ट आने तक सैकड़ों लोगों के संपर्क में आए
बता दे की बोधगया में 24 दिसंबर को फ्लाइट से विदेशी मेहमान बोधगया दर्शन के लिए आए थे। स्वास्थ्य विभाग ने एयरपोर्ट पर सभी विदेशी यात्रियों की कोरोना जांच कराई। जांच RTPCR कराई गई, इसलिए रिपोर्ट 24 घंटे बाद आई। विदेशी पर्यटक सैंपल देने के बाद बोधगया पहुंच गए और दर्शन पूजन में जुट गए। वही इस दौरान वह होटल से लेकर महाबोधि मंदिर और मार्केट में भी घूमते रहे। वही इस दौरान वह सैकड़ों लोगों के संपर्क में आए। मास्क और सैनिटाइजर को लेकर कोई सख्ती नहीं थी। इस कारण से कोरोना को लेकर बड़ा खतरा माना जा रहा है। विदेशी बोधगया में कहां किस होटल में गए और किन-किन लोगों के संपर्क में आए इसका भी कोई अता पता नहीं चल रहा है। प्रशासन के भी हाथ पांव फूल रहे हैं। वह कैसे लोगों का पता लगाए। इस कारण से ही जब कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आई तो स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई।