मोतिहारी में ऑनर किलिंग: प्रेम प्रसंग से नाराज पिता ने शादीशुदा बेटी को मार डाला, कनाल में फेंकी लाश
मोतिहारी। बिहार के मोतिहारी जिले के कोटवा थाना क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। तिरहुत कनाल नहर के पास 11 जनवरी को एक युवती का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह मामला ऑनर किलिंग का है। मृतका की पहचान 20 वर्षीय रोशनी कुमारी के रूप में की गई।
प्रेम संबंध बना मौत की वजह
जांच के दौरान पता चला कि रोशनी का दूसरी जाति के युवक के साथ प्रेम संबंध था। शादीशुदा होने के बावजूद वह अपने प्रेमी के साथ बार-बार घर से भाग जाती थी। इस व्यवहार से उसके माता-पिता बेहद नाराज थे। परिवार की मान-मर्यादा को लेकर चिंतित माता-पिता ने आखिरकार अपनी ही बेटी की हत्या करने की साजिश रच डाली।
माता-पिता की साजिश
पुलिस के अनुसार, रोशनी के पिता विनोद प्रसाद और उसकी मां ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया। हत्या के बाद शव को तिरहुत कनाल नहर के पास फेंक दिया गया ताकि मामला आत्महत्या या दुर्घटना जैसा लगे। लेकिन पुलिस की जांच में यह साजिश सामने आ गई।
पुलिस की कार्रवाई
शव मिलने के बाद पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू की। मृतका के पिता को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। हालांकि, मृतका की मां और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस ने बताया कि घटना ऑनर किलिंग का स्पष्ट मामला है और अन्य साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इलाके में फैली सनसनी
यह घटना सामने आने के बाद इलाके में भय और गुस्से का माहौल है। ऑनर किलिंग के इस मामले ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा और पारिवारिक दबाव के मुद्दे को फिर से चर्चा में ला दिया है।
न्याय और सामाजिक सवाल
यह घटना एक बार फिर से दिखाती है कि प्रेम संबंधों और जातिगत मुद्दों को लेकर समाज में कितनी असहिष्णुता है। परिवार की मान-मर्यादा की आड़ में अपने ही बच्चे की हत्या कर देना न केवल कानून के खिलाफ है, बल्कि नैतिकता के भी विपरीत है। मोतिहारी की यह घटना समाज के उस अंधेरे पक्ष को उजागर करती है, जहां परिवार के लोग अपनी झूठी इज्जत के लिए इतने कट्टर हो जाते हैं कि अपनी संतान की हत्या करने से भी नहीं हिचकते। पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज को जागरूक होना होगा।