दानापुर में झोपड़ी में घुसा तेज रफ्तार ट्रैक्टर, मची अफरा-तफरी, बाल-बाल बचे लोग
पटना। दानापुर इलाके में बुधवार को एक बड़ा हादसा होने से बाल-बाल टल गया। शाहपुर थाना क्षेत्र के पास एक अनियंत्रित ट्रैक्टर, जो ईंटों से लदा हुआ था, झोपड़ीनुमा घर में घुस गया। घटना ने स्थानीय लोगों में हड़कंप मचा दिया। हालांकि, इस दुर्घटना में कोई बड़ी हानि नहीं हुई और सभी लोग सुरक्षित बच गए। यह हादसा तब हुआ जब मनेर से दानापुर की ओर आ रहा तेज रफ्तार ट्रैक्टर, दूसरी दिशा से आ रहे एक और ट्रैक्टर से टकरा गया। टक्कर के बाद ट्रैक्टर चालक ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया, जिसके कारण वह सड़क किनारे रखी गुमटी को तोड़ते हुए एक झोपड़ीनुमा घर में जा घुसा। इस दौरान वहां से गुजर रहे कई स्कूली बच्चे और स्थानीय लोग बाल-बाल बच गए। स्कूल जा रहे एक छात्र, सौरभ कुमार, की साइकिल ट्रैक्टर के चक्के के नीचे आ गई और पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत रही कि सौरभ को कोई चोट नहीं आई। वहीं, मौके पर मौजूद 65 वर्षीय उत्तम राय को मामूली चोटें आईं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रैक्टर का चालक शराब के नशे में था और उसने तेज रफ्तार में वाहन चलाते हुए यह हादसा किया। दुर्घटना के समय ट्रैक्टर बेकाबू होकर सड़क किनारे की दुकानों और घरों को नुकसान पहुंचाता चला गया। घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा देखा गया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यदि ट्रैक्टर थोड़ा और आगे बढ़ता तो स्कूली बच्चों और राहगीरों की जान को गंभीर खतरा हो सकता था। लोगों ने ड्राइवर की गैर-जिम्मेदाराना हरकत पर नाराजगी जताई और कड़ी कार्रवाई की मांग की। घटना के संबंध में शाहपुर थानाध्यक्ष मनीष कुमार आनंद ने जानकारी दी कि ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर गुमटी और झोपड़ी में जा घुसा। हालांकि, किसी की जान नहीं गई और स्थिति को जल्द ही नियंत्रण में लाया गया। ट्रैक्टर ड्राइवर के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। इस दुर्घटना में सबसे राहत की बात यह रही कि किसी के जान-माल का बड़ा नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, इस घटना ने सड़क सुरक्षा और शराब पीकर वाहन चलाने के खतरों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। दानापुर की यह घटना केवल किस्मत के कारण बड़ी त्रासदी में बदलने से बच गई। यह हादसा हमें याद दिलाता है कि सड़क पर सावधानी और नियमों का पालन कितना आवश्यक है। प्रशासन और स्थानीय लोगों को मिलकर सड़क सुरक्षा पर ध्यान देना होगा, ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।