पटना में अगले 5 दिनों तक रहेगा भीषण गर्मी का प्रकोप; 42 के पार पहुंचेगा पारा, मॉनसून से भी राहत नही
पटना। बिहार में मौसम विभाग से किसानों के लिए अच्छी खबर नहीं है। बताया गया है कि इस साल सामान्य और सामान्य से कम बारिश होगी। अल नीनो तूफान का प्रभाव होने से इसका असर वर्षा पर भी पड़ेगा। 2022 में भी सामान्य से 34 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई थी। इससे कई इलाकों में सूखे के हालात पैदा हो गए थे। 2023 में भी कुछ ऐसे ही आसार लग रहे हैं। अगर किसान अपनी तैयारी पहले से ही शुरू कर दें तो ज्यादा अच्छा रहेगा। वहीं, बिहार में अब फिर से गर्मी सताने लगी है। ऐसा अनुमान है कि लगातार पांच दिनों तक टेम्प्रेचर में इजाफा देखने को मिलेगा। तापमान 40 डिग्री के पार जा चुका है। उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान करने लगी है। पटना समेत प्रदेश के ज्यादातर शहरो में अधिकतम तापमान में वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि भोजपुर-बक्सर में इलाकों में आंधी के साथ हुई हल्की बारिश से गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिली। मगर अनुमान के मुताबिक एक बार फिर लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक अब तापमान में धीरे-धीरे इजाफा देखने को मिलेगा। अब 40 डिग्री के पार चला जाएगा। इसके साथ ही गर्मी और उमस परेशानी बढ़ा देगी। पटना का टेम्प्रेचर भी 40 के पार जा चुका है।
बिहार में पूर्णिया के रास्ते 13 जून को आएगा मॉनसून, तीन से पांच दिनों में दिखेगा असर
मॉनसून को लेकर भी अनुमान आ गया है। बिहार में पूर्णिया के रास्ते मॉनसून के आने की तारीख 13 जून है। सामान्य स्थिति में तीन से पांच दिनों में राज्य के अन्य हिस्सों में इसका असर दिखने लगेगा। पटना और गया की बात करें तो यहां मॉनसून की पहली बारिश 16 जून को है, जबकि सारण में 18 जून को। इस बार 13-14 जून तक मॉनसून के आने के आसार बने हुए हैं। राज्य में प्रतिवर्ष मॉनसून सीजन में 1024.3 मिमी वर्षा का मानक है। पिछले तीन साल से मॉनसून ने अपने निर्धारित तिथि पर एंट्री लिया है। 2022 में समय पर मॉनसून तो आया मगर महज 683 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 34 फीसदी कम थी। 2023 में भी सामान्य या सामान्य से काम बारिश होने का अनुमान है।