September 21, 2024

देश में मंकीपॉक्स को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी जारी, राज्यों में भी अलर्ट

नई दिल्ली। भारत में मंकीपॉक्स वायरस को लेकर चिंता बढ़ रही है, और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके संदिग्ध मामलों के सामने आने के बाद एडवाइजरी जारी कर दी है। मंकीपॉक्स के संभावित प्रसार को रोकने के लिए मंत्रालय ने राज्यों को सतर्क रहने और संदिग्ध मामलों की स्क्रीनिंग के साथ-साथ कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग पर जोर देने की हिदायत दी है। यह बीमारी, जो अब तक कई देशों में फैल चुकी है, भारत में भी प्रवेश कर सकती है। इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी मंकीपॉक्स को लेकर गंभीर चिंता जताई थी, क्योंकि इस संक्रमण से दुनिया भर में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी। इसमें विशेष रूप से एयरपोर्ट्स, बंदरगाहों और सीमाओं पर संदिग्ध यात्रियों की स्क्रीनिंग और उनकी पहचान पर जोर दिया गया है। मंत्रालय ने कहा है कि देश पूरी तरह से इस वायरस से निपटने के लिए तैयार है, और चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। अधिकारियों के अनुसार, यात्रा से जुड़े संक्रमण को आइसोलेट करने और अन्य आवश्यक उपाय करने के लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, रविवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंकीपॉक्स के एक संदिग्ध मामले की जानकारी दी थी। यह शख्स हाल ही में विदेश से भारत लौटा था, और उसे तुरंत अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है। फिलहाल उसकी स्थिति स्थिर है, लेकिन उसकी जांच के बाद ही यह तय किया जा सकेगा कि वह वास्तव में मंकीपॉक्स से संक्रमित है या नहीं। मंत्रालय ने बताया कि मरीज के नमूने को जांच के लिए भेजा गया है ताकि संक्रमण की पुष्टि हो सके। भारत में मंकीपॉक्स के संदिग्ध मामलों को लेकर कई राज्य सरकारें भी सतर्क हो गई हैं और अपने स्वास्थ्य विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर रही हैं। यह वायरस मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है, इसलिए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और आइसोलेशन की प्रक्रिया को गंभीरता से लिया जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, मंकीपॉक्स का वायरस चेचक की तरह ही एक प्रकार का वायरल संक्रमण है, लेकिन इसका प्रभाव अपेक्षाकृत हल्का होता है। इसके लक्षणों में बुखार, शरीर में दर्द, थकान और त्वचा पर फफोले जैसे दाने शामिल हैं। मंकीपॉक्स वायरस मानव से मानव में संक्रमण फैलाने की क्षमता रखता है, इसलिए इसके फैलाव को रोकने के लिए सतर्कता और रोकथाम आवश्यक है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मंकीपॉक्स के संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई और संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, अगर किसी व्यक्ति में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत चिकित्सा सुविधा प्राप्त करनी चाहिए और आइसोलेशन में रहना चाहिए ताकि संक्रमण और न फैले। मंकीपॉक्स का संक्रमण फिलहाल दुनिया के कई देशों में फैल चुका है, और यह आवश्यक है कि भारत में भी इसको लेकर सतर्कता बरती जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि वे इस बीमारी की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं और किसी भी संदिग्ध मामले की सूचना तुरंत दें।

yashoraj infosys best website design company in patna : www.yashoraj.com

You may have missed