बीपीएससी शिक्षक के दुसरे चरण के पहले दिन हुई प्रधानाध्यापक की परीक्षा, पटना के तीन केन्द्रों पर हुआ एग्जाम
पटना। बिहार में बीपीएससी शिक्षक भर्ती के दूसरे चरण की परीक्षा गुरुवार से शुरू हो गई है। करीब 1 लाख 22 हजार सीटों के लिए परीक्षा ली जा रही है। इस परीक्षा में कुल 8 लाख 41 हजार 835 परीक्षार्थी शामिल होंगे। पहले दिन पहली पाली में एससी एसटी कल्याण विभाग के स्कूलों में हेडमास्टर के पदों के लिए परीक्षा हुई। दूसरी पाली में संगीत और कला विषय की परीक्षा ली जा रही है। गुरुवार को सिर्फ 3 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित हो रही है। वहीं कल कुल 2 लाख 35 हजार 506 परीक्षार्थी शामिल होंगे। शुक्रवार को राज्य में 396 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित होगी। 9 दिसंबर को 3,11,300 परीक्षार्थी शामिल होंगे। 10 दिसंबर को 84,193 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। 14 दिसंबर को 1,07,263 परीक्षार्थी शामिल होंगे और 15 दिसंबर को उच्च माध्यमिक के लिए 1,09,154 परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा के दौरान सभी केंद्रों पर धारा 144 लागू रहेगी। साथ ही आयोग के कार्यालय में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से निगरानी रखी जा रही है। परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों का कहना है कि प्रधानाध्यपक पद के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। इसमें सभी विषयों की परीक्षा ली गई। परीक्षा में पूछे गए प्रश्न ठीकठाक थे। वहीं दूसरे राज्य के परीक्षार्थी भी परीक्षा देने आए हुए थे। इस पर कुछ स्थानीय परीक्षार्थियों ने कहा कि हम लोगों का अन्य राज्य में एग्जाम देने के बाद भी सिलेक्शन नहीं होता है। एएन कॉलेज सेंटर के बाहर कुछ परीक्षार्थियों से बातचीत करने पर उनलोगों ने बताया कि प्रधानाध्यापक पद के लिए परीक्षा थी। नालंदा से आई एक परीक्षार्थी ने कहा कि परीक्षा में पूछे गए प्रश्न ठीक था। वहीं दूसरे परीक्षार्थी ने बताया कि “परीक्षा में सभी विषयों के प्रश्न पूछे गए थे। प्रश्न काफी टफ थे। क्योंकि इसमें दर्शनशास्त्र, हिस्ट्री, मैथ, अकाउंट सभी विषय से सवाल पूछे गए। ऐसे में किसी के लिए भी सभी सवालों के जवाब देना कठिन था।