1923 के झंडा सत्याग्रही शहीदे आजम वीर हरदेव सिंह को मिला सम्मान, एसडीओ ने किया सबसे पहले झंडात्तोलन कर किया नई परंपरा की शुरुआत
पालीगंज । 75वें स्वतंत्रता दिवस पर आजादी के बाद से लगातार उपेक्षित होते रहे झंडा सत्याग्रही शहीदे आजम वीर हरदेव सिंह की प्रतिमा पर अनुमंडल क्षेत्र के तोड़नी गांव पहुंचकर पालीगंज एसडीओ ने सबसे पहले झंडोत्तोलन कर सम्मान देते हुए नई परंपरा की शरुआत की।
देश की आजादी के लिए हुए आंदोलन के दौरान 1923 के नागपुर में हुए झंडा सत्याग्रह आंदोलन में पालीगंज अनुमंडल के तोरनी गांव के वीर हरदेव सिंह शहीद हो गए थे।
तब से आजतक वे उपेक्षित रहे। लेकिन 75वें स्वतंत्रता दिवस पर पालीगंज एसडीओ मुकेश कुमार ने इस बार सबसे पहले उनके पैतृक गांव तोरनी पहुंचे।
उनकी स्मारक स्थल पर बनी प्रतिमा पर सुबह 6.15 बजे पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद झंडोत्तोलन कर बड़ा सम्मान दिया। जोकि एक बहुत बड़ी कदम और गर्व की बात है।
वहां पर सबसे पीछे झंडोत्तोलन किया जाता था जो इस बार एसडीओ मुकेश कुमार ने उन्हें सम्मान देते हुए सबसे पहले झंडा फहराने की स्वागत योग्य प्रशंसनीय कदम उठाते हुए फैसले की कबीले तारीफ है।
इसके बाद एसडीओ मुकेश कुमार ने पालीगंज स्थित अपने आवास पहुंचकर 7.15 व कार्यालय पर 7.30 बजे तिरंगा झण्डा फहराया’ वही डीएसपी कार्यालय पर पर प्रशिक्षु डीएसपी राजीव कुमार सिंह, अनुमंडल अस्पताल में उपाधीक्षक आभा कुमारी ने झंडोत्तोलन की।
वही पालीगंज प्रखंड कार्यालय पर बीडीओ चिरंजीवी पांडेय व प्रखण्ड शिक्षा कार्यालय पर बीईओ सरस्वती पांडेय ने झंडोतोलन की। जबकि बीईओ कार्यालय पर झंडोत्तोलन के बाद बीईओ सरस्वती पांडेय व बीडीओ चिरंजीवी पांडेय ने मौके पर प्रखंड क्षेत्र के कल्याणपुर गांव स्थित मध्य विद्यालय में पदस्थापित दिव्यांग शिक्षक राजेश कुमार अंगवस्त्र देकर सम्मानित किए।
इसके अलावा खिरीमोड थाने में थानाध्यक्ष रविशंकर कुमार ने झंडोतोलन किया। मौके पर इंद्रदेव यादव, अभय कुमार, विजय यादव, प्रभुनाथ पासवान, अवधेश राय व अरुण कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे। इस प्रकार पालीगंज व दुलहिन बाजार प्रखंड के सभी सरकारी व निजी कार्यालयों पर झंडोत्तोलन विभाग प्रमुखों ने किया।