मांझी के आवास पर आज होगी हम की महत्वपूर्ण बैठक, 10 फरवरी की रैली को लेकर बनेगी रणनीति
पटना। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक आज जीतन राम मांझी के सरकारी आवास 12 एम स्टैंड रोड पर होनी है। इसमें पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार सुमन के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष व अन्य नेता भाग ले रहे हैं। बैठक में लोकसभा चुनाव की पूरी रणनीति बनने वाली है। जानकारी है कि 10 फरवरी को रैली करने की तैयारी हम पार्टी कर रही है। अब तक की प्लानिंग के अनुसार पटना के मिलर हाई स्कूल में रैली होगी। लोकसभा चुनाव को लेकर संगठन को कैसे मजबूत किया जाए इस पर आपस में बात होगी। पार्टी अपने कार्यक्रमों की पूरी रूपरेखा मीडिया के सामने रखेगी। हम पार्टी ने अपनी मांग एनडीए में रख दी है। तीन सीटों पर दावेदारी की गई है। मगध में गया के अलावा नवादा या जहानाबाद में से एक सीट चाहिए। इसके साथ ही पार्टी ने जमुई सीट की भी मांग रखी है। पिछली बार यानी 2019 लोकसभा चुनाव के समय हम तीन सीटों पर चुनाव लड़ी थी। हम नालंदा,औरंगाबाद और गया से चुनाव लड़ी थी। गया से जीतन राम मांझी, औरंगाबाद से उपेन्द्र प्रसाद और नालंदा से अशोक प्रसाद चंद्रवंशी ने चुनाव लड़ा था। गया में जेडीयू के विजय मांझी की जीत हुई थी, जीतन राम मांझी हार गए थे। विजय मांझी को 467007 वोट आए जबकि जीतन राम मांझी को 314581 वोट मिले। नालंदा में भी हम दूसरे स्थान पर रही। नालंदा में जेडीयू के कौशलेन्द्र कुमार को 540888 वोट आए जबकि हम पार्टी के अशोक कुमार आजाद को 284751 वोट। औरंगाबाद में बीजेपी के सुशील कमार सिंह जीते जिन्हें 431541 वोट मिले जबकि हम के उपेन्द्र प्रसाद को 3589334 वोट हासिल हुए। यानी जिन तीन सीटों पर हम पार्टी ने चुनाव लड़ा वहां दूसरे स्थान पर रही। हम पार्टी को एनडीए में बीजेपी कितनी सीटें देती है इसका इंतजार है। जून 2023 में हम पार्टी ने बिहार में महागठबंधन का साथ छोड़ दिया था। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन में मंत्री पद छोड़ दिया था। तब उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार चाहते थे कि उनकी पार्टी हम का विलय, जेडीयू में करा लें, लेकिन हम पार्टी को यह मंजूर नहीं इसलिए मंत्री पद तो छोड़ा ही महागठबंधन का साथ भी छोड़ा। कुछ दिन के बाद हम एनडीए के साथ चली गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि जीतन राम मांझी महागठबंधन की जानकारी दूसरी जगह पहुंचा रहे थे। बाद में विधान सभा के शीत कालीन सत्र में नीतीश कुमार ने बहुत बुरी तरह जीतन राम मांझी को फटकार लगाई थी।