आईसीसी के एकबार फिर ग्रेग बार्कले बने अध्यक्ष, जय शाह को भी मिली नई जिम्मेदारी
नई दिल्ली। आईसीसी ने शनिवार को सर्वसम्मति से ग्रेग बार्कले को दोबारा अध्यक्ष के रूप में चुन लिया है। बार्कले को दूसरे दो साल के कार्यकाल के लिए स्वतंत्र अध्यक्ष के रूप में फिर से चुना गया। जिम्बाब्वे के तवेंगवा मुकुहलानी के नाम वापस लेने से बार्कले को निर्विरोध चुना गया। ग्रेग बार्कले ऑकलैंड में कमर्शियल वकील हैं। बार्कले को नवंबर 2020 में आईसीसी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। वहीं, जय शाह आईसीसी के वित्त-वाणिज्यिक मामलों की समिति प्रमुख होंगे। ग्रेग बार्कले हले न्यूजीलैंड क्रिकेट के अध्यक्ष थे और आईसीसी मेन्स क्रिकेट वर्ल्ड कप 2015 के निदेशक भी रह चुके हैं। एक आधिकारिक प्रेस रिलीज में ग्रेग बार्कले ने उनकी फिर से नियुक्ति पर कहा की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष के रूप में फिर से चुना जाना एक सम्मान की बात है और मैं अपने साथी आईसीसी निदेशकों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। वही ग्रेग बार्कले ने आगे कहा की पिछले दो वर्षों में हमने अपनी वैश्विक विकास रणनीति के लॉन्च के साथ महत्वपूर्ण प्रगति की है जो हमारे खेल के लिए एक सफल और टिकाऊ भविष्य बनाने के लिए स्पष्ट दिशा प्रदान करती है। मैं अपने सदस्यों के साथ मिलकर काम करना जारी रखना चाहता हूं।
जय शाह को भी मिली नई जिम्मेदारी
वही बीसीसीआई के सचिव जय शाह को भी आईसीसी में ताकतवर पद मिला है। जय शाह वित्त और वाणिज्य मामलों की समिति के प्रमुख होंगे। बार्कले का कार्यकाल 2 वर्षों का होगा। प्रत्येक सदस्य ने जय शाह को वित्त एवं वाणिज्यिक मामलों की समिति के प्रमुख के तौर पर स्वीकार कर लिया। आईसीसी चेयरमैन के अलावा यह समान रूप से ताकतवर उप समिति है। इस समिति के काम में सदस्य देशों के बीच राजस्व साझा करना शामिल है। वित्त एवं वाणिज्यिक मामलों की समिति का प्रमुख हमेशा आईसीसी बोर्ड सदस्य होता है और शाह का चुना जाना स्पष्ट करता है कि वह आईसीसी बोर्ड में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व करेंगे। इसके पहले जिंबाब्वे के तावेंग्वा मुकुहलानी ने अपना नाम वापस ले लिया था जिसके बाद से बार्कले को निर्विरोध चुना गया। आईसीसी की ओर से इस बात की पुष्टि भी कर दी गई है। बार्कले ने कहा, क्रिकेट को मजबूत किया जा सके और साथ ही इसे आगे बढ़ाया जा सके, यह सुनिश्चित किया जा सके कि दुनिया के अधिक से अधिक लोग क्रिकेट का आनंद ले सकें। इसके लिए मिलकर मेहनत करना चाहता हूं। मुकुहलानी ने कहा कि मैं ग्रेग को आईसीसी अध्यक्ष बनने की बधाई देता हूं। ग्रेग के नेतृत्व में खेल का सर्वोत्तम हित है, इसलिए मैंने अपना नाम वापस लेने का फैसला किया हैं।