February 5, 2025

पटना के सरकारी विद्यालयों की छतों पर सरकार लगाएगी सोलर प्लांट, 2300 भवनों का हुआ चयन

पटना। राजगीर, बोधगया और वैशाली सहित राज्य के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों के साथ-साथ पटना के सरकारी कार्यालयों में 2024 से सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। बिहार ने 2,300 सरकारी भवनों पर सौर संयंत्र स्थापित किए हैं। जबकि 8 हजार और जगहों की पहचान की गई है। इसकी घोषणा प्रमुख सचिव (ऊर्जा) संजीव हंस ने 7 मार्च को यहां विद्युत भवन में जल जीवन हरियाली दिवस पर आयोजित चर्चा में की। इस अवसर पर बोलते हुए, राज्य के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि स्कूल में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जाने चाहिए। ताकि उनकी बिजली की जरूरत सौर ऊर्जा से ही पूरी की जा सके। साथ ही प्रदेश में जल संसाधन विभाग द्वारा विकसित किये जा रहे तालाबों के समीप फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगायें जाएंगे। उन्होंने कहा कि जल संसाधन और शिक्षा विभाग संयुक्त रूप से हरित रणनीति बना सकते हैं। दोनों विभागों के पास सोलर यूनिट लगाने के लिए पर्याप्त संसाधन और जगह है। ये कदम जीवाश्म ईंधन को जलाने से पैदा होने वाली बिजली की बचत करने और हरित टिकाऊ ऊर्जा को बढ़ावा देने में काफी मददगार साबित होंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूल दिन के समय चलते हैं। सौर इकाइयां स्कूलों की बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त होंगी। जल जीवन हरियाली’ कार्यक्रम की सराहना करते हुए, मंत्री ने कहा कि हरित ऊर्जा की आवश्यकता पर दुनिया भर में ऐतिहासिक ध्यान दिया गया है।
जलवायु पर पड़ेगा सकारात्मक असर
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया जलवायु परिवर्तन के हानिकारक प्रभावों और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के तरीकों पर बहस कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बहुत पहले 2019 में ‘जल जीवन हरियाली’ लॉन्च किया था और बिगड़ते पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने के लिए कार्यक्रम में 15 विभागों को शामिल किया था। सौर ऊर्जा क्षेत्र में किए गए कार्यों का विवरण देते हुए हंस ने कहा कि भागलपुर में कजरा और पीरपैंती में क्रमशः 400 मेगावॉट और 450 मेगावॉट बिजली पैदा करने की क्षमता वाले सौर संयंत्र स्थापित किए गए हैं, इसके अलावा कजरा इकाई में बैटरी भंडारण की सुविधा है, जो भंडारण कर सकती है दिन के समय 25% ऊर्जा का उत्पादन होता है। उन्होंने कहा कि बोधगया, राजगीर और वैशाली जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को सोलर सिटी बनाने का काम किया जा रहा है। पटना के तीन कस्बों और सरकारी कार्यालयों की आवश्यकता 210MW है। अगले साल तक सोलर यूनिट के जरिए बिजली की जरूरत को पूरा करने का काम शुरू हो जाएगा।

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