बिहार के 90 हजार आशाकर्मियों को खुशखबरी : अब ड्रेस खरीद के लिए मिलेगी 1500 रुपये
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अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर 114 महिला स्वास्थ्यकर्मियों को मिला सम्मान
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पटना। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मंगलवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पटना के गुरुनानक भवन परिसर में राज्य के 114 महिला स्वास्थ्यकर्मियों (आशा कार्यकर्ता, एएनएम-जीएनएम, महिला चिकित्सा पदाधिकारी) को उत्कृष्ट कार्य एवं सर्वाधिक टीकाकरण करने के लिए सम्मानित किया। इस अवसर पर श्री पांडेय ने अपने संबोधन में सर्वप्रथम उपस्थित सभी महिलाकर्मियों व अन्य लोगों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामना देते हुए आशा कार्यकर्ताओं को ड्रेस खरीद के लिए 500 रुपये अतिरिक्त राशि देने की घोषणा की। मंत्री ने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष से आशा बहनों को साल में परिधान की खरीद के लिए एक हजार सालाना मिलने वाली वित्तीय अनुदान में 500 रुपये की बढ़ोतरी कर अब उसे राज्यकोष से 1500 रुपये देने का निर्णय लिया गया है। लगभग 90 हजार आशा कार्यकतार्ओं को यह राशि मिलेगी।
उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान ने नारी सशक्तिकरण की दिशा में नया अध्याय जोड़ा है। आज आलम यह है कि पुरुष व महिलाओं के बीच की लैंगिग असमानता में महिलाओं की संख्या बढ़ी है। आज आधी आबादी को मजबूती देने के क्रम में सरकार की ओर से तटस्थता से कार्य हो रहा है। उसी परिणास्वरूप प्रदेश में भी स्वास्थ्य सेवा में मानवबल के तौर पर योगदान में इनकी संख्या 50 से 55 प्रतिशत है। यह आधी आबादी कभी घर के अंदर रहती थीं। मगर आज महिलाएं यह घरों से बाहर आकर बिना हिचक कार्य कर रही हैं। श्री पांडेय ने कहा कि आधी आबादी की प्रगति होगी तभी राज्य व देश का विकास होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी हमेशा महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक स्तर पर सशक्त करने के लिए कई कार्यक्रमों से जोड़ा है। आज राज्य में सशक्तिकरण संपूर्ण समाज की मजबूती के लिए किया जा रहा है। हमारे आदरणीय पीएम मोदी जी ने देश के कई राज्यों में महिलाओं को अधिक संख्या में महामहिम राज्यपाल बनाकर उनको संवैधानिक व्यवस्था में महिला सशक्तिकरण का स्पष्ट संकेत दिया है। कार्यक्रम को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह व अन्य लोगों ने भी संबोधित किया।