पप्पू यादव के बाद अब गिरिराज सिंह को जान से मारने की धमकी, व्हाट्सएप से आया कॉल, मामला दर्ज
पटना। बिहार में नेताओं को धमकी मिलने का एक नया सिलसिला देखने को मिल रहा है, जिसमें अब माफिया और अपराधी गिरोहों ने नेताओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। हाल ही में, पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से धमकी मिली थी। अब उसी तरह बेगूसराय से सांसद और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रमुख नेता गिरिराज सिंह को भी जान से मारने की धमकी दी गई है। ये धमकी उन्हें एक व्हाट्सऐप कॉल के जरिए मिली है, जिसने राज्य में हड़कंप मचा दिया है। गिरिराज सिंह को धमकी मिलने का मामला मंगलवार का है, जब उन्हें “अमजद 1531” नाम से आए एक व्हाट्सऐप कॉल के जरिए धमकी दी गई। फोन करने वाले ने गिरिराज सिंह को जान से मारने की धमकी दी, जिसके बाद केंद्रीय मंत्री ने बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को इसकी सूचना दी। गिरिराज सिंह ने बताया कि उन्हें धमकी भरा फोन कॉल आया है और इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक धमकी देने वाले की पहचान नहीं हो पाई है। गिरिराज सिंह हाल ही में अपनी “हिंदू स्वाभिमान यात्रा” समाप्त करके लौटे हैं। यह यात्रा उनके विवादास्पद बयानों और हिंदुत्व समर्थक विचारधारा के प्रचार के चलते काफी चर्चा में रही। उनकी इस यात्रा के बाद कई विरोधी विचारधाराओं के लोग उनके खिलाफ खड़े हो गए हैं, जो धमकी के पीछे का कारण हो सकता है। गिरिराज सिंह अपने हिंदुत्व समर्थक बयानों के कारण हमेशा से ही विवादों में रहते हैं, और कई बार उन्हें विरोध का सामना भी करना पड़ा है। उनकी इस यात्रा के दौरान भी कई जगहों पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। अब जब उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है, तो राज्य की सुरक्षा व्यवस्था और राजनीति में नई चिंताएं उभर आई हैं। राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय गिरिराज सिंह का इस तरह निशाना बनना कई सवाल खड़े करता है। हाल ही के दिनों में देखा गया है कि माफिया और गैंगस्टर अब नेताओं को धमकाने में संकोच नहीं कर रहे हैं। एक ओर जहां नेताओं को धमकी देने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, वहीं दूसरी ओर इन घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों की चुनौतियां भी बढ़ा दी हैं। गिरिराज सिंह जैसे उच्च पदस्थ नेताओं को निशाना बनाए जाने से सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि इस तरह के मामले उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर स्थिति उत्पन्न करते हैं।इस घटना के बाद राजनीतिक हलकों में भी इस बात पर चर्चा हो रही है कि आखिर क्यों माफिया गैंग सांसदों को धमकी दे रहे हैं। गिरिराज सिंह के मामले में, पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और जल्द ही धमकी देने वाले व्यक्ति के बारे में सुराग मिलने की उम्मीद की जा रही है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार इस घटना को गंभीरता से ले रही हैं, ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों और राजनेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। यह घटना न केवल बिहार की राजनीति के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि अपराधी तत्व अब जनप्रतिनिधियों को भी निशाना बनाने लगे हैं। इसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है, ताकि देश के नेताओं और जनता के बीच विश्वास बना रहे और जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।