बेगूसराय में आमरण अनशन पर बैठेंगे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, कब्रिस्तान की दीवार को ना तोड़ने को लेकर लिया फैसला

पटना। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह आमरण अनशन पर बैठ सकते हैं। उन्होंने बेगूसराय इलाके में एक कब्रिस्तान की एक अनधिकृत दीवार नहीं तोड़े जाने से विकास कार्यों में हो रही परेशानी को लेकर आंदोलन की बात कही है। गिरिराज सिंह के आमरण अनशन पर बैठने का यह मुद्दा सिमरिया-खगड़िया फोरलेन सड़क निर्माण से जुड़ा है। उन्होंने कहा है कि बेगूसराय को सवारने और 6 लेन सड़क बनाने के लिए ना जाने कितने मंदिर तोड़े गए लेकिन एक कब्रिस्तान की अनाधिकृत दीवार सड़क और शहर की चमक फीकी और दुर्घटना को न्योता दे रही है। अगर सर्विस लेन का निर्माण जल्द नहीं कराया गया तो आंदोलन होगा। गिरिराज सिंह ने सवाल किया है कि पता नहीं क्यों प्रशासन के हाथ पांव फुले हुए हैं। सिमरिया-खगड़िया फोरलेन सड़क निर्माण के दौरान बथौली के पास कब्रिस्तान के समीप जमीन के अभाव में सर्विस लेन सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है। इसी मुद्दे पर अब केंद्रीय मंत्री सह बेगूसराय से भाजपा सांसद गिरिराज सिंह आमरण अनशन पर बैठने की बात कहे हैं। केंद्रीय मंत्री के आमरण अनशन पर बैठने की बात सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर की ओर से की गई है।

वही मीडिया से बात करते हुए अमरेंद्र कुमार अमर ने कहा है कि फोरलेन सड़क निर्माण को सिमरिया से खगड़िया के बीच कई जगह मंदिरों को तोड़ा गया है। तीन माह के भीतर कब्रिस्तान के समीप सर्विसलेन सडक निर्माण नहीं हुआ, तो केंद्रीय मंत्री आमरण- अनशन पर बैठेंगे। गिरिराज सिंह ने भी सोशल मीडिया पर इस खबर को ट्विट करते हुए लिखा है कि किस तरह से कब्रिस्तान की अनाधिकृत दीवार नहीं तोड़े जाने से सड़क निर्माण में बाधा आ रही है। वही वर्ष 2016 में 567 करोड़ रुपए की लागत से 61 किलोमीटर लम्बी सिमरिया-खगड़िया फोरलेन सड़क परियोजना का निर्माण शुरू हुआ था। निर्माण एजेंसी पुंज लॉयड के प्रोजेक्ट मैनेजर अजय कुमार सिंह की माने तो सिमरिया-खगड़िया फोरलेन सड़क निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया है। अगले महीने मार्च 2023 इस नवनिर्मित फोरलेन सड़क को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सुपुर्द कर दिया जाएगा।