September 28, 2024

पटना को मिलेगी 150 नई इलेक्ट्रिक बसों की सौगात, अक्टूबर में तय होंगे रूट, नवंबर से परिचालन

पटना। शहर की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। राजधानी की सड़कों पर जल्द ही 150 नई इलेक्ट्रिक बसें चलने वाली हैं, जिससे न केवल यातायात व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि पर्यावरण पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इन बसों का परिचालन नवंबर 2024 से शुरू होने की संभावना है। इसके पहले अक्टूबर तक इन बसों के रूट तय कर लिए जाएंगे। यह कदम प्रधानमंत्री ई-बस योजना के तहत उठाया जा रहा है, जिसके तहत बिहार को कुल 400 इलेक्ट्रिक बसें मिलने वाली हैं। परिवहन विभाग के अनुसार, इस योजना का टेंडर फाइनल हो चुका है और बसों का उत्पादन भी शुरू हो गया है। इन बसों से प्रतिदिन 30,000 से अधिक यात्रियों को सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही, इस परियोजना से 2,000 से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। परिवहन विभाग ने बताया कि बेली रोड, बाइपास, अटल पथ, पटना सिटी, बिहटा, मनेर जैसे प्रमुख मार्गों पर इन बसों के परिचालन के लिए सर्वेक्षण किया जा रहा है। अभी शहर में 14 रूटों पर सरकारी सिटी बसें चल रही हैं, और अटल पथ को शामिल करने के बाद यह संख्या बढ़कर 15 हो जाएगी। पटना के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने वाले ये नए रूट न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होंगे, बल्कि लंबी दूरी के यात्रियों को भी राहत देंगे। इन बसों के रूट ऐसे बनाए जा रहे हैं, जिससे अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें और शहर की ट्रैफिक समस्या भी कम हो सके। परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि पीएम ई-बस योजना के तहत जिन मार्गों पर बसें चलाई जाएंगी, उनका चयन जल्द ही किया जाएगा। इसके साथ ही, इन बसों को चार्ज करने के लिए पर्याप्त संख्या में चार्जिंग स्टेशन भी स्थापित किए जाएंगे। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि चार्जिंग की समस्या के कारण बस सेवा में कोई रुकावट न आए। इन इलेक्ट्रिक बसों की खास बात यह है कि ये पूरी तरह से एसी (वातानुकूलित) होंगी, जिससे यात्रियों को गर्मी और उमस से राहत मिलेगी। इसके अलावा, सुरक्षा के लिहाज से इन बसों में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे, जिससे महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है, ताकि वे बिना किसी चिंता के सफर कर सकें। पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी यह कदम बेहद महत्वपूर्ण है। इलेक्ट्रिक बसें शून्य उत्सर्जन वाली होती हैं, यानी इनके चलने से कोई प्रदूषण नहीं होता। इससे पटना के प्रदूषण स्तर में कमी आएगी और लोग शुद्ध वातावरण में सफर कर सकेंगे। इसके साथ ही, किराया भी सामान्य बसों की तुलना में कम होगा, जिससे आम लोगों को सीधा फायदा मिलेगा। लंबी दूरी के यात्रियों के लिए यह सेवा विशेष रूप से किफायती साबित होगी। इलेक्ट्रिक बसों के आगमन से न केवल शहर के परिवहन ढांचे में सुधार होगा, बल्कि यह पर्यावरण के अनुकूल भी होगा। सड़कों पर गाड़ियों की संख्या और प्रदूषण कम होगा, जिससे पटना की हवा की गुणवत्ता में सुधार होगा। परिवहन विभाग और राज्य सरकार की यह पहल पटना को एक आधुनिक और हरित शहर की दिशा में आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नवंबर 2024 में जब ये बसें सड़कों पर उतरेंगी, तो यह पटना वासियों के लिए एक बड़ी राहत और सुविधा का स्रोत बनेंगी।

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