दुर्गा पूजा से पहले गैस कंपनियों ने लोगों को दिया झटका, कमर्शियल एलपीजी के दाम 48.50 रुपए बढे

पटना। दुर्गा पूजा से पहले तेल कंपनियों ने कमर्शियल गैस सिलेंडरों के दाम में बढ़ोतरी कर आम जनता को महंगाई का एक और झटका दिया है। त्योहारों के समय, खासकर नवरात्रि से ठीक पहले गैस की कीमतों में 48.50 रुपए प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई है। यह नया रेट 1 अक्टूबर से पूरे देश में लागू हो गया है। हालाँकि राहत की बात यह है कि घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है, जिससे घरेलू बजट पर इसका कोई सीधा असर नहीं पड़ेगा। इस बार केवल ब्लू कलर वाले कमर्शियल सिलेंडर के दाम बढ़ाए गए हैं। इसका सीधा असर उन लोगों की जेब पर पड़ेगा जो बाहर का खाना खाते हैं। होटल, रेस्टोरेंट, और ढाबों में खाना महंगा हो सकता है क्योंकि वहां खाना बनाने के लिए कमर्शियल सिलेंडर का ही इस्तेमाल होता है। रेस्टोरेंट के खर्चों में इस बढ़ोतरी का असर ग्राहकों को कीमतों में वृद्धि के रूप में झेलना पड़ सकता है। यह बढ़ोतरी त्योहारों के मौसम में और भी चुनौतीपूर्ण हो जाती है, जब लोग ज्यादा से ज्यादा बाहर खाने या पार्टी करने का प्लान बनाते हैं। अगर पिछले कुछ महीनों पर नजर डालें तो पता चलता है कि केवल कमर्शियल सिलेंडर के ही दामों में बढ़ोतरी की गई है, जबकि घरेलू गैस की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस बढ़ोतरी का सिलसिला अगस्त और सितंबर से शुरू हुआ था, जब तेल कंपनियों ने कमर्शियल गैस सिलेंडरों के दामों में 8 से 9 रुपए की वृद्धि की थी। उसके बाद सितंबर में फिर से 39 रुपए की वृद्धि हुई। अब अक्टूबर में, यह तीसरी बार है जब कमर्शियल गैस की कीमतें बढ़ाई गई हैं। घरेलू गैस की कीमतों को स्थिर रखा गया है ताकि घरेलू उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त वित्तीय भार न पड़े। तेल कंपनियों द्वारा लागू की गई नई दरें अब विभिन्न शहरों में अलग-अलग हैं। उदाहरण के तौर पर, दिल्ली में अब 19 किलोग्राम वाला कमर्शियल सिलेंडर 1691.50 रुपए से बढ़कर 1740 रुपए हो गया है। कोलकाता में यह 1802.50 रुपए से बढ़कर 1850.50 रुपए हो गया है। मुंबई में अब यह सिलेंडर 1692 रुपए का मिलेगा, जबकि चेन्नई में इसकी कीमत 1903 रुपए तक पहुंच गई है। हर शहर में इस बढ़ोतरी का असर विभिन्न व्यवसायों पर देखने को मिल सकता है, खासकर उन जगहों पर जहां बड़े पैमाने पर गैस का उपयोग होता है। त्योहारों के मौसम में, जब लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ बाहर खाने जाते हैं या खास आयोजनों का हिस्सा बनते हैं, यह बढ़ोतरी उनकी जेब पर असर डाल सकती है। रेस्टोरेंट और होटल मालिक भी इस बढ़ी हुई कीमत का बोझ अपने ग्राहकों पर डाल सकते हैं, जिसके कारण त्योहारों का जश्न मनाने का खर्च बढ़ सकता है। कमर्शियल गैस की कीमतें बढ़ने से छोटे व्यवसायियों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। ढाबे, छोटी भोजनालयें, और सड़क किनारे खाने के ठेले चलाने वाले लोग पहले से ही महंगाई और प्रतिस्पर्धा की मार झेल रहे हैं। अब कमर्शियल सिलेंडर की बढ़ी हुई कीमत से उनका खर्च और बढ़ जाएगा, जिससे वे अपने खाने के दाम बढ़ाने पर मजबूर हो सकते हैं। इसका असर उन लोगों पर भी होगा जो रोजमर्रा के खाने के लिए इन पर निर्भर रहते हैं। ऐसे समय में जब त्योहारों का सीजन लोगों के लिए खुशी और उमंग लेकर आता है, महंगाई की इस मार से उनका बजट बिगड़ सकता है। आम जनता के लिए यह खबर निराशाजनक हो सकती है, खासकर उन लोगों के लिए जो अपनी सीमित आय में त्योहार मनाने की योजना बना रहे थे। तेल कंपनियों ने इस बढ़ोतरी का कारण गैस की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में उतार-चढ़ाव और अन्य लागतों में वृद्धि को बताया है। हालाँकि, आम जनता के लिए इस बढ़ोतरी का मतलब सिर्फ महंगे गैस सिलेंडर नहीं है, बल्कि उनकी रोजमर्रा की जरूरतों में भी इजाफा है।
