गांधी मैदान में ‘रामलीला’ को लेकर खफा है भाजपा नेता,कल गिरिराज तो आज सीपी ठाकुर ने दिखाए ‘तेवर’
पटना।प्रदेश की राजधानी पटना में इस वर्ष दशहरा के शुभ अवसर पर राम लीला के लिए जिला प्रशासन द्वारा गांधी मैदान को नहीं आवंटित करने के मामले को लेकर प्रदेश में सत्तारूढ़ राजग गठबंधन में फिर ‘नूरा कुश्ती’ आरंभ होने के आसार प्रबल हो गए हैं।पटना जिला प्रशासन द्वारा गांधी मैदान में रामलीला के मंचन के लिए स्वीकृति न देने भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेता खफा बताए जा रहे हैं। केंद्रीय पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने तो कल ही बयान जारी कर अपनी नाराजगी जाहिर कर दी थी।वही आज भाजपा के दूसरे बड़े नेता राज्यसभा सदस्य डॉ सीपी ठाकुर ने जिला प्रशासन द्वारा रामलीला के लिए गांधी मैदान को न दिए जाने के मामले को बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए डॉ सीपी ठाकुर ने कहा कि रामलीला आम जनता की भावनाओं से जुड़ा हुआ है।बहुत लंबे अरसे से गांधी मैदान में दशहरा के अवसर पर रामलीला का आयोजन होता आ रहा है।उन्होंने रामलीला को सद्भाव एवं आदर्श का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि रामलीला आज के दौर में आम जनमानस में रच बस चुका है।ऐसी स्थिति में रामलीला के मंचन के लिए गांधी मैदान का न दिया जाना कई मायनों में एक बड़े वर्ग के लिए असंतोषजनक हो सकता है। भाजपा से जुड़े सूत्रों के अनुसार जिला प्रशासन के इस फैसले का प्रदेश भाजपा के आम कार्यकर्ताओं से लेकर बड़े नेता तक मुखालफत कर रहे हैं। ज्ञातव्य हो कि कल केंद्रीय पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने भी इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन को आड़े हाथों लिया था। विदित हो कि गांधी मैदान में रामलीला का मंचन लंबे अरसे से होता आ रहा है। हालांकि कुछेक बार मंचन के दौरान हादसों की यादें भी जुड़ी हुई हैं।