गलती बिहार सरकार की,अंजाम भुगतने को मजबूर छात्राएं,आप ने लगाया…..
पीएमसीएच, एनएमसीएच, एसकेएमसीएच, डीएमसीएच के हज़ारो जी.एन.एम छात्राओं का भविष्य खतरे में
पटना।आम आदमी पार्टी (आप) के बिहार प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बिहार तकनीकी सेवा आयोग द्वारा विज्ञापित ग्रेड ‘ए’ नर्स स्टाफ पद पर वर्ष 2015-18 बैच के जी.एन.एम छात्राओं को सम्मिलित करने के संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा है कि बिहार में जी.एन.एम कोर्स का सत्र 2015–18 में काफी बिलम्ब हो चुका है। जाहिर है इसमें अध्ययनरत छात्राओं कि कहीं कोई गलती नहीं है । उन्होंने कहा कि झारखंड, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश इत्यादि में उक्त सत्र 2015-18 की जी.एन.एम कोर्स की अंतिम परीक्षा वर्ष 2018 के अक्टूबर माह में ही समाप्त हो चुकी है। दूसरे राज्यों के छात्राओं के बीच अंक प्रमाण पत्र, निबंधन प्रमाण पत्र इत्यादि ससमय निर्गत हो चुका है।
अतः विज्ञापन के शर्तों के अनुरूप इन राज्यों के अभ्यर्थी भी आवेदन करने के योग हैं, परंतु विडंबना यह है कि बिहार के अभ्यार्थी / छात्राएं इसमें आवेदन करने से वंचित होने की स्थिति में है, जिसकी सारी जवाबदेही स्वास्थ्य विभाग बिहार पटना को जाती है।
उन्होंने कहा कि बिहार जी.एन.एम की सभी छात्राएं सत्र 2015-18 की लिखित एवं व्यवहारिक परीक्षा (बिहार परिचारिका परिषद द्वारा संचालित) अप्रैल 2019 में ही दे चुकी है। यद्यपि उक्त सत्र 2015-18 की जी.एन.एम कोर्स की सजल समाप्ति पिछले वर्ष 2018 अक्टूबर माह में ही जानी चाहिए थी और सारे प्रमाण पत्र ससमय छात्राओं को निर्गत करनी चाहिए थी; परंतु नियामक संस्था स्वास्थ्य विभाग, बिहार, पटना की लापरवाही से ऐसा संभव नहीं हो सका। जिस कारण पीएमसीएच, एनएमसीएच, एसकेएमसीएच, डीएमसीएच के हज़ारो छात्राओं का भविष्य खतरे में पड़ गई है।
सांसद संजय सिंह ने सूबे के मुखिया नीतीश कुमार से आग्रह करते हुए लिखा है कि छात्रहित में उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए जी.एन.एम छात्राओं की मांग पर विचार करने की मांग की है।
‘आप’ के प्रदेश मीडिया प्रभारी बबलू कुमार ने इस मुद्दे पर ध्यानाकर्षण के लिए नीतीश कुमार से मिलने के लिए समय मांगा है।