पटना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाला अपराधी गिरफ्तार, खाड़ी देशों के नाम पर कई लोगों को बनाया शिकार

पटना। राजधानी पटना में नवादा साइबर थाने की एसआईटी ने खाड़ी देशों में नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लाख रुपए की ठगी मामले में वांछित आरोपित को पटना से गिरफ्तार कर लिया। एसआईटी ने तकनीकी सर्विलांस व स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपित को फुलवारीशरीफ इलाके से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपित आदिल शहाब पटना जिले के फुलवारी शरीफ थाना क्षेत्र के खगौल के मो. शाबिर उद्दीन का बेटा बताया जाता है। वह पिछले दो महीने से एसआईटी के रडार पर था। आदिल शहाब पर नवादा के एक युवक से खाड़ी देश भेजकर वहां नौकरी दिलाने के नाम पर कई बार में कुल 4 लाख 97 हजार 691 रुपये ठगी का आरोप है। पुलिस ने उससे पूछताछ के बाद उसे रविवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। नवादा के एसपी अम्बरीष राहुल द्वारा मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी में कांड के अनुसंधानकर्ता टाउन सर्किल इंस्पेक्टर सुजीत कुमार समेत साइबर थाने के अन्य पदाधिकारी शामिल थे। आदिल शहाब के विरुद्ध 31 अक्टूबर 2023 को नवादा साइबर थाना में कांड संख्या 56/23 दर्ज कराया गया था। कांड के वादी नवादा के भदौनी रजा नगर मोहल्ले के मो. कलीम उद्दीन के बेटे मो. रिजवान आलम के बयान पर दर्ज मामले में आदिल नामजद किया गया था। रिजवान के मुताबिक वह एक बेरोजगार युवक था। वह नौकरी के लिए खाड़ी देश जाना चाहता था। इसी बीच उसका संपर्क आदिल शहाब उर्फ आलदिल शहाब से हुआ। उसने उसे खाड़ी देश भेजने की गारंटी दी। पहली बार आदिल ने रिजवान से रजिस्ट्रेशन के नाम पर 01 लाख रुपये लिए। जिसे उसने फोन पे के माध्यम से उसे दिया। इसके बाद सेलेक्शन चार्ज, सर्टिफिकेट अप्रूवल व ऑफिस चार्ज आदि के नाम पर कुल मिलाकर आदिल ने उससे 04 लाख 97 हजार 691 रुपये ले लिये। उसे विभिन्न यूपीआई के माध्यमों से आदिल को भेजा गया। इस बीच आदिल ने उसे एक सर्टिफिकेट भेजा, जो जाली निकला। इसी बात पर रिजवान को शक हो गया और उसने अपने रुपये वापस मांगे। रुपये वापस नहीं देने पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी। एसआईटी के मुताबिक आदिल खुद भी खाड़ी देश भागने की तैयारी में था। पूछताछ में आदिल ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। आदिल ने बताया कि रिजवान खाड़ी देश जाना चाहता था। वह पासपोर्ट से लेकर अन्य सभी काम उसके माध्यम से कराना चाहता था। इसके एवज में उसे रुपये दिये थे। बताया जाता है कि आदिल की पटना पासपोर्ट ऑफिस में भी पकड़ थी। जिसके चलते वह आसानी से लोगों के पासपोर्ट का काम करा देता था। आशंका जतायी जा रही है कि आदिल का एक गिरोह है, जो बेरोजगार युवकों को जाल में फंसा कर ठगी का काम करता है। पुलिस आदिल से मिले इनपुट पर मामले में जांच कर रही है।

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