सीएम नीतीश ने भवन निर्माण निगम के 18 विभागों की 132 योजनाओं का किया उद्घाटन एवं शिलान्यास
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को 1, अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में भवन निर्माण विभाग एवं बिहार राज्य भवन निर्माण निगम द्वारा क्रियान्वित 18 विभागों की 1555.30 करोड़ रुपये की 132 योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया एवं 16 विभागों के 1321.13 करोड़ रुपये की 110 योजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में राज्य में कई आईकॉनिक बिल्डिंग्स बनाए गए हैं। बिहार संग्रहालय, सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र, सरदार पटेल भवन, महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र गया, बिहार सदन नई दिल्ली, प्रकाश पुंज, ज्ञान एवं विज्ञान संग्रहालय दरभंगा, 2000 क्षमता के मोतिहारी एवं बेतिया में सभागार, प्रशासनिक प्रशिक्षण केंद्र गया, नियोजन भवन, ओ०पी० साह सामुदायिक भवन, बापू परीक्षा परिसर, वरीय पदाधिकारी आवास, परिवहन परिसर जैसे कई महत्वपूर्ण भवनों का निर्माण पूर्ण किया गया है। इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत आज बक्सर अभियंत्रण महाविद्यालय के उद्घाटन के साथ ही कुल 31 अभियंत्रण महाविद्यालय भवनों की शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल कर ली गयी है। भोजपुर एवं जहानाबाद पॉलिटेक्निक भवनों का भी आज उद्घाटन किया जा रहा है जिसके साथ ही सभी 15 पॉलिटेक्निक भवनों का लक्ष्य भी हासिल कर लिया गया है। कार्यक्रम में भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा एवं प्रतीक चिह्न भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान भवन निर्माण विभाग द्वारा क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं पर आधारित एक लघु फिल्म की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, भवन निर्माण मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य वरीय अधिकारीगण एवं अभियंतागण उपस्थित थे जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण, विधान पार्षदगण एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण, संबद्ध विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव, सभी जिलों के जिलापदाधिकारी, अन्य वरीय पदाधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति जुड़े हुए थे।