जातीय गणना के रिपोर्ट के विरोध में गर्दनीबाग में धरने पर बैठी पूर्व उपमुख्यमंत्री, रेणु देवी बोली- फिर से हो गणना

पटना। जातीय गणना में नोनिया, बिन्द, बेलदार समाज के साथ सरकार के द्वारा किए धोखा के खिलाफ आज पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर इसको लेकर धरना प्रदर्शन किया गया। इस धरना प्रदर्शन का नेतृत्व बिहार की पूर्व उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने किया। वहीं, धरना पर बैठी पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि जातीय जनगणना में निश्चित रूप से हमारे समाज को कम दिखाया गया है। जब हमारे शैक्षणिक आर्थिक और सामाजिक स्थिति ही नहीं पता चल पाएगी तो हमारे बच्चे कहां जाएंगे। हमारी संख्या 7 से 8 प्रतिशत के करीब है। लेकिन आपने इसे 3.38 प्रतिशत दिखाया है। आखिर आपने हमें इतना कम दिखाई है,तो हमारी संख्या गई कहां आपने इसे कहां जोड़ दिया। हम लोगों को तो सरकार ने तीन भाग में बांट रखा है, और लोग कहां बटे हुए हैं। अगर आपने अति पिछला वर्ग को 36% दिखाया है। तो हम कहते हैं कि अगर आप सही से गणना करें तो 40 से 45% तक इनकी संख्या है। हमारी मांग है कि पुनः हमारी जनगणना की जाए। सही तरीके से हमारे संख्या को दिखाया जाए। 14 अक्टूबर को राष्ट्रीय लोक जनता दल ने भी जातीय जनगणना के खिलाफ गांधी मैदान से राज भवन मार्च निकाला था। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में या मार्च डाक बंगला चौराहे पर पहुंचा तो प्रशासन ने इन्हें रोक दिया। इसके बाद वहां से 15 सदस्य टीम राज्यपाल से मिलने के लिए रवाना हुई थी। उपेंद्र कुशवाहा ने भी यह आरोप लगाया था कि बिहार में जारी की गई जातीय गणना की रिपोर्ट में भारी गड़बड़ी की गई है। लोगों के घरों में जाकर जाति नहीं पूछी गई है। बल्कि कार्यालय में ही रिपोर्ट को तैयार कर लिया गया है।

 

 

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