अतुल सुभाष सुसाइड मामले पर बोले पूर्व सीजेआई, कहा- अभी हमें पूरा सच पता नहीं, बिना जाने टिप्पणी करना गलत
नई दिल्ली। सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष की खुदकुशी का मामला तूल पकड़ रहा है। इसी बीच भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने मामले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने फैमिली लॉ में बड़े स्तर पर सुधार की जरूरत बताई है। साथ ही कहा है कि ऐसे मामले सुलझने में जितना समय लगता है, वो उतने ही पेचीदा हो जाते हैं। खबर है कि पुलिस को सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया की तलाश है। पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ टाइम्स नेटवर्क इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में पहुंचे थे। उन्होंने कहा, ‘हमें अब तक सच नहीं पता है। ऐसे किसी मानवीय रिश्ते पर टिप्पणी करना मुश्किल है। यह कभी सही और सही के बीच और कभी गलत-गलत के बीच का संघर्ष है।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि न्यायिक व्यवस्था ऐसी पारिवारिक परेशानियों से निपटने के लिए सक्षम है। उन्होंने कहा, ‘जितना ज्यादा समय इनके समाधान में लगता है, उतना ही ये और पेचीदा हो जाती हैं। हमने गलती पर आधारित सिद्धांत से बढ़कर मध्यस्थ सिद्धांत की ओर बढ़ना होगा। हमारे फैमिली लॉ में पूरी तरह से सुधार किया जाना चाहिए। अतुल सुभाष की सास और साला गुरुवार को जौनपुर स्थित अपने घर से भाग गए। इस बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि कर्नाटक पुलिस से अब तक उनसे संपर्क नहीं किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से पुष्टि की कि रात करीब एक बजे निकिता की मां निशा सिंघानिया और उनका बेटा अनुराग उर्फ पीयूष सिंघानिया यहां खोवा मंडी इलाके में अपने घर से मोटरसाइकिल से निकले और तब से वापस नहीं लौटे। सुभाष ने सोमवार को बेंगलुरु में अपनी पत्नी और उसके परिवार पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली। उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा, पिता अनुराग और चाचा सुशील के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।