November 8, 2024

डीजीएमएस : बहाली में धांधली मामले में सीबीआई की बड़ी कार्रवाई, इंटरव्यू बोर्ड के पांच अन्य अधिकारी की भूमिका संदिग्ध

रांची । डीजीएमएस (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ माइंस सेफ्टी) में फर्स्ट व सेकेंड क्लास मैनेजर की बहाली में धांधली के मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई ने इस मामले में सेंट्रल जोन डीजीएमएस के डिप्टी डायरेक्टर जनरल के अलावे इंटरव्यू बोर्ड के पांच अन्य अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पायी है।

सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक, टीम ने इस मामले में अधिकारियों के 12 शहरों में अलग अलग ठिकानों पर छापेमारी की। सीबीआई दिल्ली की टीम ने अलग अलग राज्यों की सीबीआई टीम के साथ रांची, लखीसराय, धनबाद, नागपुर, उदयपुर, शहडोल, हैदराबाद, विलासपुर में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान सीबीआई को कई महत्वपूर्ण कागजात मिले हैं। सीबीआई की टीम ने आरोपी डिप्टी डायरेक्टर जनरल अरविंद कुमार के अलावे इंटरव्यू बोर्ड में शामिल अफसरों के घरों मे छापेमारी की है।

सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक, सेंट्रेल जोन डीजीएमएस में अरविंद कुमार के द्वारा इंटरव्यू बोर्ड को प्रभावित कर 48 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू में पास किया गया था। सभी से 1.50 लाख रुपये लिये गए थे। इसकी मध्यस्था अमरपुर सूर्यगढ़ा हाईस्कूल के शिक्षक कैलाश महतो ने की थी। कैलाश इन पैसों की पहली किश्त डीजीएमएस के अधिकारी अरविंद कुमार को देने जा रहे थे, तब उनकी गिरफ्तारी की गई थी।

सीबीआई की आरंभिक जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि माइंस सेफ्टी मैनेजरों की बहाली में इंटरव्यू बोर्ड के लोगों को भी प्रभावित किया गया था। जांच में यह बात सामने आयी है कि इंटरव्यू बोर्ड में डीजीएमएस के सात डिप्टी डायरेक्टर जनरल का बोर्ड था। लेकिन सात में से सिर्फ पांच लोगों के पैनल ने इंटरव्यू लिया। इंटरव्यू बोर्ड के पैनल में डिप्टी डायरेक्टर जरनल सेंट्रल जोन अरविंद कुमार, उदयपुर नार्थ वेस्टर्न जोन के मनीष ई मुरकटे, नागपुर जोन के यूपी सिंह, गाजियाबाद नार्दन जोन के सतीश छिदवार, हैदराबाद साउथ सेंट्रल जोन के डिप्टी जेनरल मैनेजर मलय टिकादार शामिल थे।

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