पूर्णिया विश्वविद्यालय का पहला दीक्षांत समारोह आयोजित, 80 से अधिक टॉपर्स को राज्यपाल ने दिया गोल्ड मेडल

पूर्णिया। पूर्णिया विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्णिया विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में शरीक होने पहुंचे। राज्यपाल के पहुंचते ही एनसीसी कैडेट्स ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। कुलपति राजनाथ यादव ने राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर को शॉल पहनाकर और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। इसके बाद वे समारोह स्थल में शरीक होने मुख्य मंच पर पहुंचे। राष्ट्रगान के बाद दीप प्रज्जवलित कर समारोह की विधिवत शुरुआत हुई। राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर के साथ गुजरात विश्वविद्यालय के कुलपति रामाशंकर दूबे भी समारोह में शरीक होने पहुंचे। दीक्षांत समारोह में पीजी सत्र 2018-20, 2019-21, 2020-22 और 2021-23 के 80 टॉपरों को गोल्ड मेडल देकर समानित किया गया। इसके अलावा पीएचडी के 6 और 1 एमबीए टॉपर को भी गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। सभी को राज्यपाल ने गोल्ड मेडल से सम्मानित किया। राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा का अर्थ जीवन में अनुशासन और विनम्रता लाना है। शिक्षा का उपयोग किस प्रकार समाज हित और देशहित में करना है। बगैर इन मूल्यों के हमारी डिग्री और परीक्षा में आने वाला प्रतिशत का कोई अर्थ नहीं। डिग्री या प्रतिशत किसी के माथे पर लिखी नहीं रहती। हमारी विनम्रता और अनुशासन ही हमारी पहचान कराता है। आज पूर्णिया विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह है। मैं और यहां मौजूद करीब 2 हजार छात्र इस दीक्षांत समारोह के साक्षी बने, ये हम सभी के लिए बेहद गर्व की बात है। इतिहास विषय से पीएचडी करने वाले गोल्ड मेडलिस्ट प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि यह मेरे लिए बेहद गर्व की बात है कि मैंने जिस विषय को करियर के रूप में चुना। आज उसकी सर्वोच्च डिग्री हासिल करने के बाद राज्यपाल ने उन्हें गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया है। वहीं, दर्शनशास्र में पीएचडी करने वाले रवि कुमार राम ने कहा कि इस क्षण को वे कभी नहीं भूल पाएंगे। समारोह में कुलपति राजनाथ यादव, उपकुलपति, कुलसचिव, प्रॉक्टर, प्रोफेसर समेत 57 सीनेट सदस्य और 11 सिंडिकेट सदस्य मौजूद हैं।

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