PATNA : अंबेडकर छात्रावास में हुई फायरिंग एवं दलित छात्रों के फर्जी गिरफ्तारी के विरोध में न्याय मार्च निकाला गया
पटना। राजधानी पटना के अम्बेडकर छात्रावास महेन्द्रू पटना 6 में सरकार संरक्षित गुंडों के द्वारा गोली चलाकर नरसंहार करने की कोशिश एवं दलित छात्रों की फर्जी गिरफ्तारी के खिलाफ पटना के कारगील चौक पर युवा दलित नेता अमर आजाद पासवान के नेतृत्व में न्याय मार्च निकाला गया। वही अमर आजाद ने कहा कि बिहार सरकार में दलितों को सड़क पर चलने या अम्बेडकर छात्रवास में पढ़ने की आज़ादी नहीँ है। बता दे की रविवार की रात में 18 राउंड गोली पुलिस के सामने चली जिसमे 3 दलित छात्र को गोली लगी एक दलित छात्र के गले मे गोली अटक गई है। उसकी हालात नाजुक है पटना एम्स में एडमिट है। वही 2 दलित छात्र जो पीएमसीएच में इलाज करा रहे थे। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया या कैसी दलित विरोधी सरकार है जो अपराधियों को पनाह दे रही है। बिहार का दलित समाज बिहार सरकार के खिलाफ है और पूरे बिहार में बोला जाएगा कि गोली मरवाने वाली सरकार को उखाड़ फेखना है। वही छात्रों के प्रतिनिधियों ने बिहार सरकार से यह मांग की है कि ADG कमजोर वर्ग IPS अनिल किशोर यादव जी के नेतृत्व में 5 सदस्यों की कमिटी जाँच करें।
वही अमर आजाद ने कहां की राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग भारत सरकार, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, राज्यपाल सभी को घटना की निष्पक्ष जांच हेतु पत्र लिखा गया है। अपराधियों को गिरफ्तारी जल्द हो एवं घायल दलित छात्र की समुचित इलाज की व्यवस्था की जाय और दलित छात्रों पर से फर्जी मुकदमा वापस लिया जाए। वही उन्होंने कहा की अगर किसी लड़की के साथ छेड़खानी हुई है तो CCTV फुटेज निकाला जाए अगर यह साबित हुई कि दलित छात्रों ने किसी बहन के साथ छेड़खानी की है। तो सभी दलित छात्र आजीवन गिरफ्तारी देने के लिए तैयार हैं। वही उन्होंने कहा की एसएसपी पटना सरकार के दबाव में आकर दलित छात्रों पर फर्जी मुकदमा करवाया गया है। छेड़खानी की बात सिर्फ गोलीकाण्ड से ध्यान भटकाने एवं दलित उत्पीड़न को दबाने की साजिश है। सभी दलित छात्रों को सुरक्षा मिले क्योंकि कभी भी अमर आजाद की हत्या अपराधी लोग करवा सकते हैं। न्याय मार्च में मंटू कुमार, अमर ज्योति, मनीष पासवान, गौतम कुमार ,धर्मपाल पासवान सहित सैकड़ों दलित छात्र मौजूद थे। एवं जब तक न्याय नहीँ मिलता है पूरे बिहार में आंदोलन जारी रहेगा।